Uttar Pradesh: थाना बना बारातघर, फर्रुखाबाद में प्रेमी जोड़े की शादी ने पुलिस को बनाया बाराती
Uttar Pradesh: शादी का नाम आते ही भव्य विवाह समारोह और बड़े-बड़े मंडप की छवि मन में उभरती है, लेकिन उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले से एक अनोखी घटना सामने आई है। यहां पुलिस ने प्रेमी जोड़े की शादी करवाकर न केवल प्रेम की जीत का उदाहरण प्रस्तुत किया, बल्कि अनजाने में खुद बाराती भी बन गए। यह शादी सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर में संपन्न हुई, जो अब चर्चा का विषय बन गई है।
दो साल पुराना प्रेम प्रसंग
यह कहानी प्रेम और समर्पण की है, जो करीब दो साल पहले शुरू हुई थी। 20 वर्षीय दुर्गा, जो थाना राजेपुर क्षेत्र के कड़क्का गांव की निवासी हैं, और अमित सक्सेना, जो मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के कैथल नगला गांव के निवासी हैं, के बीच प्रेम का रिश्ता था। दोनों रिश्तेदार भी थे और एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे।
हालांकि, अमित की शादी किसी और जगह तय हो गई थी, जिससे दुर्गा और अमित दोनों परेशान हो गए। परिवारों की रजामंदी के बिना इस रिश्ते को अंजाम तक पहुंचाना आसान नहीं था। इसी वजह से दोनों घर से भाग गए।
पुलिस बनी ‘प्यार की पहरेदार’
घर से भागने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। थाना राजेपुर क्षेत्र की पुलिस ने दोनों को बरामद किया। जांच के दौरान, दुर्गा और अमित ने खुद को वयस्क बताया और अपने प्रेम के प्रति अपनी सच्चाई जाहिर की। थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह सोलंकी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और दोनों परिवारों को बुलाकर बातचीत की।
इस चर्चा के दौरान दोनों परिवारों के बीच सहमति बन गई कि दुर्गा और अमित को एक साथ रहने दिया जाए। इसके बाद पुलिस ने उनकी शादी करवाने का फैसला किया।
सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर में शादी
पुलिस ने सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर में दुर्गा और अमित की शादी का आयोजन किया। मंदिर परिसर को शादी के लिए तैयार किया गया, जहां गांव के कई लोग भी इस विवाह के गवाह बने। शादी की रस्में पूरी विधि-विधान से की गईं।
दुर्गा और अमित ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और जीवनभर साथ रहने की कसमें खाईं। इस अनोखी शादी में थाना राजेपुर की पुलिस बाराती बनी। शादी में शामिल पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों ने इस पल को यादगार बना दिया।
परिवारों ने किया प्रेम का सम्मान
शादी के बाद दोनों परिवारों ने इस रिश्ते को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। गांव के प्रधान यूसुफ और श्याम सुंदर अग्निहोत्री जैसे गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने इस विवाह को समाज के लिए एक सकारात्मक उदाहरण बताया।
थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि पुलिस का यह कदम समाज में प्रेम और सहमति का सम्मान करने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि किसी भी रिश्ते में सहमति और समर्पण सबसे महत्वपूर्ण हैं।
समाज को दिया अनोखा संदेश
इस घटना ने समाज को यह संदेश दिया है कि प्रेम कोई अपराध नहीं है, बल्कि इसे समझने और सम्मान देने की जरूरत है। पुलिस का यह कदम न केवल एक सकारात्मक पहल है, बल्कि समाज के लिए एक मिसाल भी है।
जहां एक तरफ प्रेम के खिलाफ परिवारों के खड़े होने की घटनाएं आम हैं, वहीं फर्रुखाबाद की यह घटना उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। इससे यह साबित होता है कि बातचीत और सहमति से हर मुश्किल का हल निकाला जा सकता है।
प्रेम की जीत का उत्सव
इस शादी ने न केवल दुर्गा और अमित के जीवन को एक नया मोड़ दिया, बल्कि यह पुलिस और समाज के बीच विश्वास को भी मजबूत करती है। इस घटना के बाद दोनों प्रेमी खुशी-खुशी अपने नए जीवन की शुरुआत करने के लिए घर लौट गए।
थाना राजेपुर में हुई इस अनोखी शादी ने यह साबित कर दिया कि पुलिस केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी बखूबी निभा सकती है। फर्रुखाबाद की यह घटना न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि यह दर्शाती है कि प्रेम और सहमति की जीत हर हाल में संभव है।