संसद भवन में ‘The Sabarmati Report’ की विशेष स्क्रीनिंग, पीएम मोदी आज देखेंगे फिल्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे संसद भवन के पुस्तकालय में हिंदी फिल्म ‘The Sabarmati Report‘ की विशेष स्क्रीनिंग में भाग लेंगे। यह फिल्म 27 फरवरी 2002 को हुए गोधरा ट्रेन जलाने की घटना पर आधारित है, जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गुजरात में भयंकर सांप्रदायिक दंगे हुए, जिसमें 1,000 से अधिक लोगों की जान गई, जिनमें से अधिकांश मुस्लिम थे। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
विक्रांत मैसी निभा रहे हैं पत्रकार की भूमिका
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है और दर्शकों के बीच इसे काफी सराहा जा रहा है। इस फिल्म में अभिनेता विक्रांत मैसी ने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है। रिद्धि डोगरा और राशी खन्ना जैसे कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म सच्चाई और पत्रकारिता के बीच के संघर्ष को दिखाती है।
पीएम मोदी करेंगे दोस्तों के साथ फिल्म देखी
पीएम मोदी यह फिल्म अपने करीबियों और सहयोगियों के साथ देखेंगे। माना जा रहा है कि यह फिल्म प्रधानमंत्री मोदी को उनके मुख्यमंत्री काल की घटनाओं की याद दिलाएगी।
पीएम मोदी ने की थी फिल्म की तारीफ
फिल्म की रिलीज के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर इसकी सराहना की थी। उन्होंने कहा था, “एक झूठी कहानी केवल सीमित समय के लिए ही चल सकती है। अंततः सत्य सामने आता है। यह अच्छा है कि अब सत्य इस तरह सामने आ रहा है कि आम लोग इसे देख सकें।”
पीएम मोदी के इस बयान से फिल्म को व्यापक समर्थन मिला और यह फिल्म विवादों के केंद्र में भी आ गई।
अमित शाह ने भी की फिल्म की प्रशंसा
गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस फिल्म की सराहना करते हुए कहा था कि सत्य को ‘हमेशा के लिए अंधेरे में नहीं छिपाया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि यह फिल्म साहसिक तरीके से उस समय की घटनाओं के पीछे की सच्चाई को उजागर करती है और एक विशेष नैरेटिव को चुनौती देती है।
फिल्म हुई टैक्स-फ्री
‘द साबरमती रिपोर्ट’ को कई राज्यों में कर-मुक्त (टैक्स-फ्री) घोषित किया गया है। हरियाणा, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात में फिल्म पर कोई मनोरंजन कर नहीं लगेगा। इस कदम से अधिक से अधिक लोग इस फिल्म को देख सकेंगे और इसकी कहानी से जुड़ सकेंगे।
गोधरा कांड और गुजरात दंगों की पृष्ठभूमि
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ गोधरा कांड और उसके बाद हुए सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के एक डिब्बे को आग लगा दी गई थी, जिसमें अयोध्या से लौट रहे 59 कारसेवकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गुजरात में दंगे भड़क उठे थे, जिसने पूरे देश को हिला दिया था।
फिल्म में दिखाया गया सत्य
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि किस तरह से उस समय की मीडिया रिपोर्टिंग ने घटनाओं को एक खास तरीके से पेश किया। फिल्म में विक्रांत मैसी का किरदार एक ऐसे पत्रकार का है जो सच के लिए लड़ता है और झूठे नैरेटिव के खिलाफ खड़ा होता है।
क्या है फिल्म का संदेश?
फिल्म का संदेश यह है कि सत्य को छिपाया नहीं जा सकता। सत्य देर-सवेर सामने आ ही जाता है। फिल्म निर्माताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि यह फिल्म सच्चाई को दिखाने का माध्यम बने और इतिहास को सही रूप में पेश करे।
विवादों के बावजूद बढ़ रही लोकप्रियता
फिल्म की कहानी और विषय विवादास्पद होने के बावजूद इसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। यह फिल्म न केवल घटनाओं की सच्चाई को उजागर करती है, बल्कि एक पत्रकार के संघर्ष और सत्य की खोज को भी प्रमुखता से दिखाती है।
पीएम मोदी की सहभागिता से बढ़ा फिल्म का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग में शामिल होना न केवल इस फिल्म के महत्व को बढ़ाता है, बल्कि इसे एक राजनीतिक और सांस्कृतिक घटना भी बनाता है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के इस कदम से फिल्म को और अधिक लोकप्रियता मिलेगी।
फिल्म को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
‘द साबरमती रिपोर्ट’ को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। भाजपा नेताओं ने फिल्म की तारीफ की है और इसे सत्य को उजागर करने वाला बताया है, जबकि विपक्षी दलों ने इसे विवादास्पद घटनाओं को एक खास नजरिए से पेश करने का प्रयास बताया है।
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ एक ऐसी कहानी पेश करती है जो न केवल ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित है, बल्कि पत्रकारिता और सच्चाई के महत्व को भी दर्शाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस फिल्म को संसद भवन में देखने का फैसला यह दर्शाता है कि यह फिल्म न केवल एक मनोरंजक माध्यम है, बल्कि एक महत्वपूर्ण संदेश देने का प्रयास भी है।