
भोजपुरी फ़िल्म सुपरस्टार Pawan Singh कराकट सीट से लोकसभा चुनाव में की प्रवेश, एक दिन पहले भाजपा द्वारा उनको दल से निकाल दिया गया था उनके विद्रोही आचरण के कारण। अब उन्होंने कराकट के लिए एक मैनिफ़ेस्टो भी जारी किया है। इसमें उन्होंने सभी मुद्दों का ध्यान रखा है।
रोजगार के संबंध में, Pawan Singh ने अपने मैनिफ़ेस्टो में कहा है कि वह आईटी पार्क बनाएंगे, जिससे रोजगार संसाधन बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि वह फ़िल्म उद्योग बनाएंगे, कलाकारों को सही सम्मान मिलेगा। दलमियानगर में बंद कारख़ाने पुनः शुरू किए जाएंगे और नई उद्योगों का विस्तार किया जाएगा। AIIMS की तरह एक मेडिकल कॉलेज भी बनाया जाएगा।
कराकट लोकसभा मंडल से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रतिस्पर्धा कर रहे Pawan Singh को भाजपा ने दल से छह साल के लिए निष्कासित किया है। राज्य के कार्यकारिणी सदस्य पवन पर दल के विरोधात्मक गतिविधियों के आरोपों पर यह कार्रवाई की गई है।
बिहार राजनीति Pawan Singh ने भाजपा की कार्रवाई के खिलाफ सोशल मीडिया के माध्यम से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि भले ही कल अभिमन्यु महाभारत में अकेला था, कृष्ण और पांडव भी थे, लेकिन राक्षसों ने उसे चक्रव्यूह में घेर लिया और मार डाला। आज भी अभिमन्यु युद्ध में अकेला है, लेकिन जनता उसके साथ है।
यह याद दिलाया जाता है कि पार्टी ने पहले पवन को बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन जब उनके गानों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुआ, तो पवन ने वहां से चुनाव लड़ने से इनकार किया। इसके बाद उन्होंने कराकट की ओर मुड़ा, जहां राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेन्द्र कुशवाहा NDA के पर्चे के तहत उम्मीदवार हैं।
चुनावको एक विशेष वर्ग के मतदाताओं के बीच परेशानी फैल रही है। पवन कराकट से चुनाव लड़ रहे हैं, इसके विरोधी दल के वोटर्स में यह शंका फैल रही है कि यदि पवन जीत जाते है तोह फिल्म इंडस्ट्री का निर्माण करेंगे।
महत्वपूर्ण यह भी है कि पार्टी ने पहले पवन को बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन जब उनके गानों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया, तो पवन ने वहां से उम्मीदवारी करने से इनकार कर दिया। उसके बाद उन्होंने कराकट की ओर मोड़ा, जहां राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेन्द्र कुशवाहा NDA के बैनर तले उम्मीदवार हैं।
यह उलझन मतदाताओं के बीच फैल रही है
बिहार समाचार पवन कराकट से चुनाव लड़ रहे हैं, इसके कारण एक विशेष वर्ग के मतदाताओं के बीच उलझन फैल रही है कि यदि पवन जीतते हैं, तो भाजपा जीतेगी।
ऐसी सभी कोशिशों को रोकने के लिए, भाजपा राज्य अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने यह कदम उठाया। पहले Pawan Singh को मनाने की कोशिश की गई। जब वह सहमत नहीं हुए, तो उन्हें बुधवार को पार्टी से निकाल दिया गया।