Delhi Metro: दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)-2 लागू कर दिया गया है। इसके प्रभाव में आने के साथ ही दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने यात्रियों की सहूलियत के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। अब दिल्ली मेट्रो रोजाना 40 अतिरिक्त ट्रिप्स करेगी, ताकि लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करें और सार्वजनिक परिवहन के रूप में मेट्रो का अधिक से अधिक उपयोग करें। इससे सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
प्रदूषण नियंत्रण में मेट्रो की भूमिका
दिल्ली में प्रदूषण का एक बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं है। सड़कों पर भारी ट्रैफिक और जाम के कारण प्रदूषण और भी बढ़ जाता है। इसे देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली मेट्रो के ट्रिप्स की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मेट्रो की अतिरिक्त ट्रिप्स से लोगों को निजी वाहनों की जगह मेट्रो का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव घटेगा और प्रदूषण कम होगा।
पहले से 4200 ट्रिप्स कर रही है मेट्रो
वर्तमान में, दिल्ली मेट्रो रोजाना करीब 4200 ट्रिप्स करती है। DMRC ने हाल ही में घोषणा की थी कि GRAP-2 के लागू होने पर मेट्रो अपनी ट्रिप्स की संख्या में 40 का इजाफा करेगी। इसके अंतर्गत यह व्यवस्था जल्द ही शुरू की जाएगी, जिससे प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के प्रयासों को बल मिलेगा।
GRAP-2 के तहत बढ़ेंगी मेट्रो ट्रिप्स
22 अक्टूबर से दिल्ली-एनसीआर में GRAP का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है। इस चरण में कुछ प्रतिबंध और भी सख्त हो गए हैं, लेकिन इसके साथ ही जनता को राहत देने के लिए मेट्रो की ट्रिप्स भी बढ़ाई गई हैं। इससे लोगों को निजी वाहनों के बजाय मेट्रो का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
अगर मेट्रो की ट्रिप्स कम होतीं, तो यात्रियों को घंटों लंबी कतारों में खड़ा रहकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता। इसलिए मेट्रो की अतिरिक्त ट्रिप्स के जरिए इन समस्याओं से बचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, DMRC ने लोगों से अपील की है कि वे त्योहारों के मौसम में ट्रैफिक जाम से बचने के लिए भी मेट्रो का उपयोग करें।
GRAP-2 में 40 अतिरिक्त ट्रिप्स का प्रावधान
DMRC के अनुसार, GRAP-2 लागू होने के बाद मेट्रो हर दिन 40 अतिरिक्त ट्रिप्स करेगी। जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार चला जाता है और बहुत खराब श्रेणी में पहुंच जाता है, तब GRAP-2 के प्रतिबंध लागू होते हैं। ऐसे में, अतिरिक्त मेट्रो ट्रिप्स से यात्रियों को राहत मिलेगी और उन्हें निजी वाहनों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
कुल 60 अतिरिक्त ट्रिप्स चलेगी मेट्रो
वर्तमान में, GRAP-1 के तहत मेट्रो पहले से ही 20 अतिरिक्त ट्रिप्स चला रही है। GRAP-2 के लागू होने से अब इसमें 40 और ट्रिप्स जुड़ जाएंगी। इस प्रकार, मेट्रो कुल 60 अतिरिक्त ट्रिप्स चलाएगी, जिससे दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों को और भी बेहतर सेवा मिल सकेगी। यह कदम न केवल प्रदूषण नियंत्रण के लिए बल्कि यात्री सुविधाओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रदूषण के साथ-साथ त्योहारों के जाम से भी बचाएगी मेट्रो
DMRC ने न केवल प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है, बल्कि त्योहारों के दौरान बढ़ते ट्रैफिक जाम से भी निपटने के लिए मेट्रो के उपयोग की अपील की है। त्योहारों के समय सड़कों पर भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या होती है, जिससे न केवल यात्रा में दिक्कत होती है, बल्कि प्रदूषण भी बढ़ता है। मेट्रो की अतिरिक्त ट्रिप्स इन दोनों समस्याओं से निपटने में कारगर साबित होंगी।
जनता को मिलेगी बड़ी राहत
दिल्ली में GRAP-2 लागू होने के साथ ही एक तरफ जहां कुछ प्रतिबंध और सख्त हो गए हैं, वहीं दूसरी तरफ मेट्रो की बढ़ी हुई ट्रिप्स से जनता को बड़ी राहत मिलेगी। मेट्रो की इन अतिरिक्त ट्रिप्स से लोग समय पर अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे और साथ ही सड़क पर वाहनों की संख्या कम होने से प्रदूषण पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा।
DMRC के इस फैसले से उम्मीद है कि लोग निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करेंगे, जिससे दिल्ली की हवा को थोड़ा साफ करने में मदद मिलेगी। इस प्रकार, मेट्रो की बढ़ी हुई ट्रिप्स दिल्लीवासियों के लिए न केवल यात्रा में सहूलियत प्रदान करेंगी, बल्कि प्रदूषण नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी।