Madhya Pradesh लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा किए जा रहे संशोधनों का वर्णन।
लेख के विवाद के प्राथमिक बिंदु हैं:
- 1. अभियान का शुभारंभ: प्रधान मंत्री Narendra Modi द्वारा मध्य प्रदेश के झाबुआ में अपना लोकसभा अभियान शुरू करने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री Modi का झाबुआ दौरा आदिवासी मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की BJP की नई रणनीति का हिस्सा है. BJP का फोकस आदिवासी इलाकों पर है.
- 2. क्लस्टर स्तर पर संशोधन: भोपाल BJP बैठक में नियुक्त समूहों में संशोधन किया गया। इस बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने मंत्री विश्वास कैलाश सारंग से भोपाल क्लस्टर के नेता की जिम्मेदारी ले ली है.
- 3. विधानसभा के नेता: 3 फरवरी को भोपाल में हुए इस सम्मेलन में राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, Madhya Pradesh लोकसभा चुनाव प्रभारी महेंद्र सिंह, सह प्रभारी महेंद्र सिंह समेत BJP की बड़ी हस्तियां शामिल हुईं. सतीश उपाध्याय, और कई अन्य अधिकारी।
- 4. जिम्मेदारियों का वितरण: समायोजन के परिणामस्वरूप विभिन्न समूहों को अलग-अलग भूमिकाएँ सौंपी गई हैं। उदाहरण के लिए, ग्वालियर को भूपेन्द्र सिंह को, जबलपुर को कैलाश विजयवर्गीय को, उज्जैन को विश्वास सारंग को, इंदौर को जगदीश देवड़ा को और भोपाल को उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को सौंपा गया है।
- 5.आदिवासी क्षेत्र: BJP के मुताबिक अगले लोकसभा चुनाव के दौरान आदिवासी क्षेत्रों पर खासा जोर रहेगा. यह रणनीति झाबुआ से चुनाव अभियान शुरू करने की प्रधान मंत्री Modi के पसंद के अनुरूप है।
- 6. अतिरिक्त जानकारी: Madhya Pradesh के सभी क्लस्टर प्रभारी बदल दिए गए है
प्रत्येक क्षेत्र के लिए नामित नेताओं के विशेष कर्तव्यों के साथ-साथ निकायों का अधिक गहराई से वर्णन किया गया है।