Bomb threats: हाल के दिनों में भारतीय हवाईअड्डों और विमानों के लिए बम धमकी की घटनाओं में तेजी आई है, जिससे नागरिक उड्डयन मंत्रालय और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। पिछले चार दिनों में 20 से अधिक विमानों को बम धमकी मिल चुकी है। इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें संदिग्धों को नो-फ्लाई सूची में डालने की तैयारी भी शामिल है।
बम धमकी की घटनाएं
गुरुवार को, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बम धमकी की नई घटनाएं सामने आईं। इस दिन, विस्तारा और इंडिगो एयरलाइंस की दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बम की धमकी मिली। इससे पहले, बुधवार को इंडिगो, स्पाइसजेट और आकासा एयरलाइंस की सात उड़ानों को भी इसी प्रकार की धमकी मिली थी। इसके अलावा, सोमवार और मंगलवार को भी लगभग दर्जन भर उड़ानों को इसी तरह की धमकी मिली थी।
सुरक्षा जांच के लिए कदम
गुरुवार को, विस्तारा एयरलाइंस की एक उड़ान जो फ्रैंकफर्ट से मुंबई आई थी, को बम धमकी मिलने के बाद तुरंत सुरक्षा जांच के लिए अलग स्थान पर ले जाया गया। इस बोइंग 787 विमान में कुल 147 लोग सवार थे, जिसमें यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे। इसी समय, एक इंडिगो विमान को भी इस्तांबुल से मुंबई आते समय बम धमकी मिली, जिसे अलग स्थान पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा विस्तृत जांच के लिए स्थानांतरित किया गया।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की योजना
नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने कहा कि मंत्रालय बम धमकियों के मामलों को गंभीरता से ले रहा है और नियमों में संशोधन पर विचार कर रहा है ताकि एयरलाइनों को इन धमकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इन घटनाओं के पीछे कोई बड़ा साजिश नहीं है।
मुंबई पुलिस की कार्रवाई
मुंबई पुलिस ने इन घटनाओं के संबंध में पिछले तीन दिनों में सात मामले दर्ज किए हैं। यह स्पष्ट है कि सुरक्षा एजेंसियों ने अब इसे गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाने की योजना बनाई है।
साइबर सुरक्षा में वृद्धि
सुरक्षा के साथ-साथ, साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने भारतीय विमानों पर बम धमकियों से संबंधित इंटरनेट मीडिया हैंडल को भी निलंबित किया है। लगभग 10 इंटरनेट मीडिया हैंडल को बम धमकियों से संबंधित सामग्री फैलाने के लिए निलंबित या ब्लॉक किया गया है। ये कार्रवाई साइबर, एविएशन सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की एक संयुक्त टीम द्वारा की गई है, जो कि इन हैंडल्स का विश्लेषण करने के बाद की गई थी।
समाज के लिए चिंता का विषय
इन धमकियों का बढ़ता सिलसिला न केवल हवाई यात्रियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह एयरलाइनों और सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक चुनौती बन गया है। यात्रियों का मानसिक स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण हैं।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इन घटनाओं के संदर्भ में, यह आवश्यक है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और संबंधित सुरक्षा एजेंसियां एकत्रित होकर एक सख्त नीति तैयार करें। इससे न केवल इन धमकियों को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि हवाई यात्रा में यात्रियों का विश्वास भी बना रहेगा।