Maruti Suzuki ने बनाया बिक्री का नया रिकॉर्ड: अक्टूबर का महीना भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए बेहद खास रहा, जिसमें देश की कई बड़ी कंपनियों ने त्योहारी सीजन का भरपूर लाभ उठाया। अधिकांश ऑटोमोबाइल कंपनियों ने अपनी बिक्री में बढ़त हासिल की, जिनमें मारुति सुजुकी, टोयोटा किर्लोस्कर, हुंडई मोटर इंडिया और ओला इलेक्ट्रिक का प्रदर्शन सबसे अधिक प्रभावी रहा। इन कंपनियों ने बंपर ऑफर्स और आकर्षक योजनाओं के माध्यम से ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफलता प्राप्त की। Maruti Suzuki ने अक्टूबर 2024 में कुल 2,06,434 गाड़ियों की बिक्री कर अब तक का सबसे ऊँचा रिकॉर्ड बनाया। पिछले साल अक्टूबर में मारुति ने 1,99,217 गाड़ियाँ बेची थीं, जो कि इस साल के आंकड़े से कम हैं।
टोयोटा की बिक्री में 41 प्रतिशत का इजाफा
टोयोटा किर्लोस्कर ने भी त्योहारी सीजन का पूरा लाभ उठाया और अक्टूबर महीने में कुल 30,845 गाड़ियों की बिक्री की, जो पिछले साल की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक है। पिछले वर्ष इसी महीने में कंपनी ने 21,879 गाड़ियाँ बेची थीं। कंपनी के उपाध्यक्ष साबरी मनोहर ने बताया कि कंपनी की घरेलू बिक्री 28,138 यूनिट रही जबकि 2,707 यूनिट का निर्यात किया गया। यह बढ़ोतरी विशेष रूप से कंपनी के एसयूवी और एमपीवी वाहनों की बढ़ती मांग के कारण हुई है।
हुंडई की बिक्री में 2 प्रतिशत का इजाफा
हुंडई मोटर इंडिया ने अक्टूबर में कुल 70,078 यूनिट गाड़ियों की बिक्री की, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 2 प्रतिशत अधिक है। अक्टूबर 2023 में कंपनी ने 68,728 यूनिट बेची थी। इस वर्ष अक्टूबर में घरेलू बिक्री मामूली बढ़त के साथ 55,568 यूनिट रही जबकि पिछले साल यह 55,128 यूनिट थी। कंपनी ने बताया कि उसके निर्यात में भी 6.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जो कि 13,600 यूनिट से बढ़कर 14,510 यूनिट हो गया है।
ओला इलेक्ट्रिक ने बेचे 50,000 से अधिक स्कूटर
ओला इलेक्ट्रिक ने भी अक्टूबर में 50,000 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री की। ओला इलेक्ट्रिक के स्कूटरों का पंजीकरण आंकड़ा 41,605 यूनिट तक पहुँच गया है, जो कि साल दर साल 74 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया कि “त्योहारी सीजन हमारे लिए बेहद मजबूत रहा, उपभोक्ताओं की मांग में बढ़ोतरी हुई और पूरे भारत में हमारी बिक्री नेटवर्क को मजबूती मिली।”
ऑटोमोबाइल उद्योग में त्योहारी सीजन का प्रभाव
इस त्योहारी सीजन के दौरान, ऑटोमोबाइल उद्योग में एक सामान्य उत्साह देखने को मिला। विभिन्न कंपनियों ने नए ऑफर्स और योजनाएं पेश कर ग्राहकों को आकर्षित किया, जिसका परिणाम उनकी बिक्री में स्पष्ट रूप से देखा गया। इस साल की वृद्धि ने न केवल कंपनियों के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं बल्कि इसने यह भी दिखाया है कि भारतीय उपभोक्ता अभी भी ऑटोमोबाइल उद्योग में भरोसा कर रहे हैं। कंपनियों की बिक्री में आई वृद्धि दर्शाती है कि बाजार में नई तकनीक और नए मॉडल्स की मांग लगातार बनी हुई है।
इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में बढ़ती मांग
ओला इलेक्ट्रिक की सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। ओला ने न केवल नए ग्राहकों को आकर्षित किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन भारत के परिवहन क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। भारत सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति और स्वच्छ ऊर्जा पर बढ़ता जोर इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को और प्रोत्साहन देगा।
त्योहारी सीजन में ऑटोमोबाइल कंपनियों की बिक्री में उछाल भारतीय बाजार की स्थिरता को प्रदर्शित करता है। Maruti Suzuki, टोयोटा, हुंडई और ओला इलेक्ट्रिक जैसी कंपनियों ने अक्टूबर में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे यह साफ हो गया है कि ऑटोमोबाइल उद्योग में प्रतिस्पर्धा और ग्राहक संतुष्टि एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।