
Lupus: हॉलीवुड की मशहूर सिंगर सेलेना गोमेज़ साल 2013 से एक गंभीर बीमारी लुपस से जूझ रही हैं। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम स्वस्थ ऊतकों (टिशू) पर हमला करने लगता है। इस बीमारी में शरीर के अंदर सूजन होती है, जो त्वचा, जोड़ों और किडनी तक को प्रभावित कर सकती है। सेलेना गोमेज़ इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं, ताकि लोग इस घातक बीमारी से बच सकें। आइए, इस बीमारी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है लुपस
लुपस के कारण किडनी को गंभीर नुकसान हो सकता है, यहां तक कि किडनी फेल भी हो सकती है। यह जानलेवा हो सकता है।
2017 में, सेलेना गोमेज़ का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। डॉक्टर्स के अनुसार, किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क बनाए रखना चाहिए और अपनी स्थिति पर नजर रखनी चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
लुपस और उसके इलाज के दौरान मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। यह डिप्रेशन, एंग्जायटी और तनाव जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है।
डॉक्टर्स से परामर्श लेते रहना इस स्थिति में बेहद जरूरी है। सेलेना गोमेज़ ने भी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना किया। उन्हें बायपोलर डिसऑर्डर का भी शिकार होना पड़ा।
वजन और शरीर में बदलाव
लुपस के कारण शरीर का वजन सामान्य नहीं रहता। कभी वजन कम हो जाता है तो कभी बढ़ जाता है।
इस बीमारी की दवाइयां वजन बढ़ाने का काम करती हैं, जिससे मरीज के मन में अपने शरीर को लेकर कई शंकाएं पैदा हो सकती हैं। इस स्थिति में आत्मसम्मान पर भी असर पड़ सकता है। सेलेना गोमेज़ ने भी इस समस्या का सामना किया।
प्रजनन क्षमता और गर्भावस्था पर असर
लुपस से पीड़ित 90% मरीज महिलाएं होती हैं। यह बीमारी उनकी प्रजनन क्षमता और मासिक धर्म चक्र पर प्रभाव डालती है।
हालांकि, लुपस से पीड़ित महिलाएं स्वस्थ गर्भावस्था का अनुभव कर सकती हैं, लेकिन इसमें कई चुनौतियां भी आती हैं। यदि लुपस सक्रिय है, तो गर्भधारण करना जटिल हो सकता है।
डॉक्टर्स ने सेलेना गोमेज़ को भी गर्भधारण न करने की सलाह दी है, क्योंकि इससे उनके और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता है।
स्ट्रोक का खतरा
लुपस मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है। इससे सिरदर्द और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
यह दौरे या स्ट्रोक के खतरे को भी बढ़ा देता है। सेलेना गोमेज़ को डॉक्टर्स ने बताया था कि अगर उन्होंने कीमोथेरेपी नहीं करवाई होती, तो उन्हें स्ट्रोक का सामना करना पड़ सकता था।
लुपस से बचाव और जागरूकता जरूरी
सेलेना गोमेज़ अपनी इस बीमारी से जुड़ी हर जानकारी साझा करती रहती हैं, ताकि लोग लुपस के बारे में जागरूक हो सकें और समय रहते इससे बचाव कर सकें।
यह जरूरी है कि इस बीमारी के लक्षणों को गंभीरता से लिया जाए और समय पर डॉक्टर्स से परामर्श लिया जाए। सही इलाज और जागरूकता के जरिए लुपस के प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
लुपस एक गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर के विभिन्न अंगों को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। सेलेना गोमेज़ ने न केवल इस बीमारी का सामना किया, बल्कि इसके प्रति लोगों को जागरूक भी किया।
उनकी इस पहल से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को नजरअंदाज करने के बजाय समय पर उनका इलाज करवाना चाहिए। जागरूकता और सही देखभाल ही इस बीमारी से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।