Winter Health: स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकती हैं सर्दियों की ये आदतें, अभी सुधारें अपनी जीवनशैली!
Winter Health: ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिससे हर साल लाखों लोगों की मृत्यु होती है। जब मस्तिष्क के किसी भाग में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या किसी कारण से रक्त संचार बाधित हो जाता है, तो यह ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन सकता है। आमतौर पर यह समस्या मस्तिष्क की किसी धमनी में ब्लॉकेज या रक्तस्राव के कारण होती है।
ऑक्सीज़न युक्त रक्त के बिना, उस भाग की मस्तिष्क कोशिकाएं मरने लगती हैं। यह स्थिति जानलेवा हो सकती है, इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी को सतर्क रहने की सलाह देते हैं। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में यह खतरा और बढ़ जाता है।
सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
सर्दियों में तापमान में गिरावट के कारण स्वास्थ्य पर कई तरह के प्रभाव पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड का मौसम स्ट्रोक के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।
- रक्त वाहिकाओं का संकुचन: सर्दियों में ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है। उच्च रक्तचाप ब्रेन स्ट्रोक का एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है।
- ठंड से बचाव की कमी: सर्दी से बचने के लिए उचित उपाय न करने पर रक्तचाप नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। इसीलिए ठंड से बचाव के साथ-साथ रक्तचाप को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है।
शारीरिक निष्क्रियता और खानपान की गलतियां
सर्दियों में अक्सर लोग व्यायाम, योग और अन्य शारीरिक गतिविधियों में कमी कर देते हैं। यह आदतें वजन बढ़ाने, कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ाने और उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा सकती हैं, जो सभी ब्रेन स्ट्रोक के प्रमुख कारक हैं।
इसके अलावा, सर्दियों में ज्यादा कैलोरी युक्त और मीठे पदार्थों का सेवन भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह रक्तचाप को बढ़ा सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
स्नान करते समय इन गलतियों से बचें
सर्दियों में स्नान करते समय लापरवाही बरतना भी स्ट्रोक का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडे पानी से स्नान करने से हृदय गति, सांस लेने की दर और रक्तचाप तेजी से बढ़ सकता है। इससे हृदय पर दबाव पड़ता है, जो गंभीर हो सकता है।
- ठंडे पानी से स्नान न करें: ठंडे पानी से स्नान करने से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह धीमा हो सकता है और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
- गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें: स्नान के लिए हमेशा गुनगुने पानी का उपयोग करें। स्नान की शुरुआत में सीधे सिर पर पानी डालने से बचें।
- शॉवर का इस्तेमाल न करें: शॉवर से स्नान करने से पानी सीधे सिर पर गिरता है, जिससे रक्त प्रवाह पर प्रभाव पड़ सकता है।
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण पहचानें
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके।
- चेहरे का एक हिस्सा लटकना या सुन्न होना; यदि किसी का चेहरा एक तरफ से लटक गया है या सुन्न हो गया है, तो यह स्ट्रोक का संकेत हो सकता है।
- हाथ-पैर में कमजोरी: यदि एक हाथ कमजोर हो गया है या सुन्न महसूस हो रहा है, तो व्यक्ति को दोनों हाथ उठाने के लिए कहें। अगर एक हाथ नीचे की ओर झुक जाए, तो यह स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- बोलने में कठिनाई: स्पष्ट रूप से न बोल पाना या बोलने में परेशानी होना भी स्ट्रोक का संकेत है।
स्ट्रोक की स्थिति में क्या करें?
यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत उसे अस्पताल ले जाएं। समय पर इलाज से गंभीर जटिलताओं और मृत्यु के जोखिम को कम किया जा सकता है।
सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के उपाय
सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- रक्तचाप को नियंत्रित रखें: सर्दियों में नियमित रूप से रक्तचाप की जांच करें और इसे नियंत्रित रखने के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
- शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा दें: ठंड के बावजूद, नियमित व्यायाम और योग करना न छोड़ें। यह रक्तचाप और वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- संतुलित आहार लें: सर्दियों में कैलोरी और मीठे पदार्थों का सेवन कम करें। ताजे फल, सब्जियां और स्वस्थ वसा का सेवन करें।
- ठंड से बचाव करें: गर्म कपड़े पहनें और शरीर को ठंड से बचाएं। अत्यधिक ठंडे पानी के संपर्क में आने से बचें।
- शराब और धूम्रपान से बचें: सर्दियों में शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं, क्योंकि यह रक्तचाप और दिल की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
सर्दियों का मौसम सेहत के लिए कई तरह की चुनौतियां लेकर आता है। ठंड के कारण रक्तचाप बढ़ने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि सर्दियों में विशेष सावधानी बरतें। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और ठंड से बचाव के उपायों को अपनाकर इस खतरे को कम किया जा सकता है।