Tirupati: तिरुपति के ISKCON मंदिर को रविवार को बम धमकी मिली, जिससे मंदिर प्रशासन में हड़कंप मच गया। मंदिर अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ है, जिसमें ISIS आतंकवादियों द्वारा मंदिर को उड़ाने की बात कही गई है।
तत्काल कार्रवाई:
तिरुपति पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खोज अभियान शुरू किया। स्थानीय पुलिस ने बम नष्ट करने वाली टीम और कुत्तों की मदद से यह देखने के लिए जांच की कि क्या वहां कोई विस्फोटक सामग्री है। हालाँकि, मंदिर परिसर से कोई विस्फोटक या अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई।
सर्कल इंस्पेक्टर श्रीनिवासुलु ने इस खबर की पुष्टि की और आश्वासन दिया कि उन लोगों की पहचान करने के लिए उचित और आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं, जो इन धमकियों के लिए जिम्मेदार हैं। पुलिस को संदेह है कि यह एक और फर्जी मेल हो सकता है।
फेक मेल का सिलसिला:
यह तिरुपति मंदिर को पिछले तीन दिनों में मिली चौथी फर्जी मेल है। तिरुपति के पुलिस अधीक्षक एल सुभारायुडू ने कहा, “जब हमें शिकायतें मिलीं, तो हमने तुरंत कार्रवाई की और हमारी टीम ने पूरी जांच की। लेकिन ये (फेक ईमेल धमकियां) फर्जी साबित हुईं। हम मामले दर्ज कर रहे हैं और उनकी जांच कर रहे हैं।” जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामलों की जांच साइबर अपराध शाखा की मदद से की जा रही है।
पिछले घटनाक्रम:
इससे पहले शनिवार को, शहर के दो होटलों को भी बम धमकियों का सामना करना पड़ा था, जो बाद में फर्जी साबित हुईं। इससे पहले, शहर के तीन अन्य होटलों को भी बम धमकियों का सामना करना पड़ा था, जिससे निवासियों और भक्तों में चिंता बढ़ गई।
अज्ञात लोगों ने ईमेल के माध्यम से धमकी दी थी कि यदि 55,000 डॉलर (लगभग 4,624,288 रुपये) की फिरौती का भुगतान नहीं किया गया, तो होटलों को उड़ाया जाएगा। धमकी देने वाले ईमेल में कहा गया था, “बम आपके होटल के परिसर में काले बैग में छिपे हुए हैं। मैं 55,000 डॉलर चाहता हूं, वरना मैं विस्फोट कर दूंगा। चारों ओर खून बहेगा। बमों को निष्क्रिय करने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा।”
इस धमकी में कथित तौर पर उस मादक पदार्थों के तस्करी नेटवर्क के किंगपिन जाफर सादिक का जिक्र था, जिसे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय ने तमिलनाडु में गिरफ्तार किया था।
पुलिस की कार्रवाई:
FIR के बाद मामले की जांच शुरू की गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे फर्जी धमकी भरे ईमेल का यह मामला तिरुपति में सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन गया है। पहले मिली धमकियों के संदर्भ में सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है, ताकि भक्तों और निवासियों को सुरक्षित रखा जा सके।
तिरुपति में आई इस ताजा धमकी ने यह सवाल उठाया है कि क्या ऐसे फर्जी धमकियों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए या नहीं। पुलिस विभाग ने अपील की है कि लोग ऐसे मामलों में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।
धमकियों का प्रभाव:
इस प्रकार की घटनाओं का स्थानीय पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए, मंदिरों और होटलों को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त उपाय किए जा रहे हैं। ऐसे में, सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटित हो।
तिरुपति का ISKCON मंदिर बम धमकी के कारण असुरक्षा की भावना का सामना कर रहा है, लेकिन पुलिस विभाग ने इसे जल्दी ही नियंत्रित करने का प्रयास किया है। ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई और स्थानीय पुलिस की सतर्कता महत्वपूर्ण है। जनता को भी ऐसे फर्जी मेल से सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी प्रकार की दहशत को कम किया जा सके।
तिरुपति में इस तरह की घटनाओं का होना, जहाँ पर लाखों श्रद्धालु हर साल आते हैं, बेहद चिंताजनक है। इससे न केवल भक्तों के मन में डर पैदा होता है, बल्कि यह धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न लगाता है। इस मुद्दे पर पुलिस और स्थानीय प्रशासन को सक्रिय रहना होगा ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके और तिरुपति का धार्मिक वातावरण सुरक्षित बना रहे।