Tech news: 4G नेटवर्क ने 95% गांवों तक पहुंच बनाई, मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या पहुंची इतने करोड़, सरकार ने दी जानकारी
Tech news: बुधवार को सरकार ने देश की संसद में टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। पिछले कुछ समय में देश में मोबाइल उपयोगकर्ताओं और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। सरकार के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 31 अक्टूबर तक देश में कुल मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या 115.12 करोड़ तक पहुँच गई है। यह जानकारी संचार और ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मसानी ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दी।
4G नेटवर्क का विस्तार
संचार और ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मसानी ने लोकसभा में बताया कि देश के 6,44,131 गांवों में से 6,23,622 गांवों तक मोबाइल नेटवर्क की पहुंच हो गई है। खास बात यह है कि इनमें से करीब 6,14,564 गांवों में अब 4G नेटवर्क उपलब्ध है। यह आंकड़ा बताता है कि सरकार ने ग्रामीण इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की पहुंच को बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं।
मोबाइल उपयोगकर्ताओं की बढ़ती संख्या
देश में मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 31 अक्टूबर तक देश में कुल 115.12 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ता हो गए हैं, जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण 4G नेटवर्क का तेजी से विस्तार और मोबाइल सेवाओं के बेहतर प्रसार के साथ-साथ डिजिटल इंडिया अभियान के तहत किए गए प्रयास हैं। इससे देश में इंटरनेट और डिजिटल सेवाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच रहा है।
आदिवासी क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी
केंद्रीय मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मसानी ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान के तहत करीब 4,543 ऐसे संवेदनशील जनजातीय समूहों के गांवों की पहचान की गई थी, जिनमें से 1,136 जनजातीय समूहों के गांवों को मोबाइल कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर तक डिजिटल इंडिया फंड के तहत करीब 1,018 मोबाइल टावरों को मंजूरी दी गई है, जिनके माध्यम से PVTG (Particularly Vulnerable Tribal Groups) बस्तियों को 4G नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।
यह पहल आदिवासी क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इन दूरदराज के इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता से न केवल आदिवासी लोगों को बेहतर संचार सेवाएं मिलेंगी, बल्कि उनकी जीवनशैली में भी सुधार आएगा।
ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में टेलीकॉम कनेक्टिविटी
केंद्रीय मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि केंद्र सरकार ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में टेलीकॉम कनेक्टिविटी सुधारने के लिए लगातार काम कर रही है। इसके लिए डिजिटल इंडिया फंड के माध्यम से मोबाइल टावरों की स्थापना की जा रही है। यह परियोजना ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की पहुंच को बढ़ाने में सहायक साबित हो रही है।
भारतनेट परियोजना के तहत सरकार पूरे देश के सभी ग्राम पंचायतों (GPs) में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी देने की दिशा में काम कर रही है। डिजिटल इंडिया फंड के माध्यम से यह काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। भारतनेट फेज-I और फेज-II की मौजूदा नेटवर्क को तेजी से उन्नत किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक गांवों में ब्रॉडबैंड सुविधा उपलब्ध हो सके।
5G सेवा का विस्तार
संचार मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि 31 अक्टूबर तक देश के करीब 779 जिलों में 5G सेवाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं। इसके अलावा, देश भर में 5G आधारित ट्रांससीवर स्टेशनों की स्थापना की गई है, जो अब तक 4.6 लाख से अधिक स्थानों पर कार्यरत हैं। 5G सेवाओं के शुरू होने से इंटरनेट की गति और संचार की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। यह भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
5G सेवा से न केवल उच्च गति इंटरनेट का लाभ मिलेगा, बल्कि यह स्मार्ट सिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), और ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। 5G नेटवर्क के माध्यम से औद्योगिक, वाणिज्यिक और व्यक्तिगत उपयोग में भी कई नए अवसर पैदा होंगे।
डिजिटल इंडिया का प्रभाव
भारत में डिजिटल इंडिया अभियान के तहत किए गए प्रयासों से टेलीकॉम सेक्टर में बहुत तेजी से बदलाव आया है। डिजिटल इंडिया योजना का उद्देश्य हर नागरिक को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है। इसके तहत सरकार ने देश के सभी हिस्सों में इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने, डिजिटल शिक्षा, ई-गवर्नेंस, और डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं।
इस अभियान ने न केवल बड़े शहरों में, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इंटरनेट और मोबाइल कनेक्टिविटी को पहुंचाया है। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, और सरकार की योजनाओं तक लोगों की पहुंच बढ़ी है। खासकर कोरोना महामारी के दौरान, डिजिटल सेवाओं ने लोगों की दैनिक जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत में मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि, 4G नेटवर्क का ग्रामीण इलाकों तक विस्तार और 5G सेवाओं का तेजी से प्रसार डिजिटल इंडिया के अंतर्गत किए गए प्रयासों का परिणाम हैं। यह बदलाव न केवल संचार और इंटरनेट सेवाओं में सुधार ला रहे हैं, बल्कि यह देश के समग्र विकास में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
सरकार द्वारा ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के प्रयासों से समाज के हर वर्ग को लाभ हो रहा है। साथ ही, भारतनेट और डिजिटल इंडिया फंड जैसी योजनाओं के जरिए सरकार डिजिटल सुविधाओं को हर ग्राम पंचायत तक पहुंचाने का काम कर रही है। इसके माध्यम से भारत की डिजिटल पहचान मजबूत हो रही है, जो भविष्य में देश को तकनीकी दृष्टि से और भी सशक्त बना सकती है।
Here are 5 FAQs based on the article and their answers:
1. What is the total number of mobile users in India as of October 31?
Answer: As of October 31, the total number of mobile users in India has reached 115.12 crores.
2. How many villages in India have mobile coverage, and how many are connected to the 4G network?
Answer: Out of 6,44,131 villages in India, mobile coverage has reached 6,23,622 villages. Among these, approximately 6,14,564 villages are connected to the 4G network.
3. What is the role of the Digital India Fund in improving telecom connectivity in rural areas?
Answer: The Digital India Fund is playing a key role in improving telecom connectivity by installing mobile towers in rural and remote areas. It is also supporting the BharatNet project, which aims to provide broadband connectivity to all Gram Panchayats in the country.
4. What initiatives have been taken to connect tribal areas to mobile networks?
Answer: Under the Pradhan Mantri Janjati Adivasi Nyay Maha Abhiyan, 4,543 tribal group settlements were identified, of which 1,136 tribal settlements have been connected to mobile networks. Additionally, 1,018 mobile towers have been approved to connect Particularly Vulnerable Tribal Groups (PVTGs) to the 4G network.
5. How many districts in India have received 5G services, and how many transceiver stations have been set up?
Answer: As of October 31, 5G services have been provided in 779 districts of India. More than 4.6 lakh 5G-based transceiver stations have been set up across the country.
1. 31 अक्टूबर तक भारत में कुल मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या क्या है?
उत्तर: 31 अक्टूबर तक, भारत में कुल मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या 115.12 करोड़ तक पहुँच गई है।
2. भारत में कितने गाँवों में मोबाइल नेटवर्क की पहुँच है, और कितने गाँव 4G नेटवर्क से जुड़े हुए हैं?
उत्तर: भारत के 6,44,131 गाँवों में से 6,23,622 गाँवों तक मोबाइल नेटवर्क की पहुँच हो चुकी है। इनमें से लगभग 6,14,564 गाँव 4G नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
3. डिजिटल इंडिया फंड का ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीकॉम कनेक्टिविटी को सुधारने में क्या भूमिका है?
उत्तर: डिजिटल इंडिया फंड ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में मोबाइल टावरों की स्थापना करके टेलीकॉम कनेक्टिविटी सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके अलावा, यह भारतनेट परियोजना का समर्थन कर रहा है, जिसका उद्देश्य देश के सभी ग्राम पंचायतों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करना है।
4. आदिवासी क्षेत्रों को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने के लिए कौन सी पहल की गई हैं?
उत्तर: प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान के तहत 4,543 जनजातीय समूहों के गाँवों की पहचान की गई थी, जिनमें से 1,136 जनजातीय समूहों के गाँवों को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ा गया है। इसके अतिरिक्त, 1,018 मोबाइल टावरों को मंजूरी दी गई है, जो PVTG (Particularly Vulnerable Tribal Groups) बस्तियों को 4G नेटवर्क से जोड़ेंगे।
5. भारत में कितने जिलों में 5G सेवाएँ उपलब्ध हैं, और कितने ट्रांससीवर स्टेशन स्थापित किए गए हैं?
उत्तर: 31 अक्टूबर तक, भारत के 779 जिलों में 5G सेवाएँ उपलब्ध करवा दी गई हैं। देशभर में 4.6 लाख से अधिक 5G आधारित ट्रांससीवर स्टेशनों की स्थापना की गई है।