Gandhi Jayanti के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में ‘स्वच्छ भारत दिवस 2024’ कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के लॉन्च होने के 10 साल पूरे होने का जश्न मनाया जाएगा। पीएम मोदी इस कार्यक्रम में 9600 करोड़ रुपये से अधिक की स्वच्छता से जुड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
स्वच्छ भारत मिशन का महत्व
स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर की गई थी। इसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। यह मिशन न केवल शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए है, बल्कि यह भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए भी आवश्यक है। स्वच्छता, स्वास्थ्य, और पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह मिशन देश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।
पीएमओ द्वारा जारी बयान
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पीएम मोदी सुबह 10 बजे विज्ञान भवन में स्वच्छ भारत दिवस 2024 कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस दौरान, 6800 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं शहरी जल और सीवेज सिस्टम को सशक्त बनाने के लिए अटल मिशन फॉर रेजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT) और AMRUT 2.0 के तहत लॉन्च की जाएंगी।
इसके अलावा, राष्ट्रीय गंगा मिशन के तहत गंगा बेसिन क्षेत्रों में जल गुणवत्ता और अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के लिए 1550 करोड़ रुपये से अधिक की 10 परियोजनाएं भी शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही, गोबर धन योजना के तहत 1332 करोड़ रुपये से अधिक की 15 संकुचित बायोगैस (CBG) संयंत्र परियोजनाएं भी लॉन्च की जाएंगी।
स्वच्छता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता
PMO के अनुसार, स्वच्छ भारत दिवस कार्यक्रम भारत की स्वच्छता के दशक भर के उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा। हाल ही में संपन्न स्वच्छता ही सेवा अभियान की उपलब्धियों को भी इस अवसर पर साझा किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता की इस राष्ट्रीय पहल के अगले चरण की नींव रखना है।
स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम ‘स्वाभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ ने एक बार फिर राष्ट्र को स्वच्छता, सार्वजनिक स्वास्थ्य, और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से एकजुट किया है। यह न केवल भारत की स्वच्छता के प्रति गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह नागरिकों को भी स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करता है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रमुख उपलब्धियां
- शौचालय निर्माण: स्वच्छ भारत मिशन के तहत, लाखों शौचालयों का निर्माण किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता में सुधार हुआ है। इसके परिणामस्वरूप, ग्रामीण क्षेत्रों में ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) का दर्जा प्राप्त किया गया है।
- जल आपूर्ति: AMRUT योजना के तहत, शहरी जल आपूर्ति में सुधार के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं। इसका उद्देश्य सभी शहरी निवासियों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है।
- कचरा प्रबंधन: कचरा प्रबंधन के लिए विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का कार्यान्वयन किया गया है, जिसमें अपशिष्ट से ऊर्जा उत्पादन और कचरे के पुनर्चक्रण के उपाय शामिल हैं।
आगे की दिशा
स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य केवल स्वच्छता को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि यह लोगों के जीवन स्तर को भी सुधारना है। इसके तहत, नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और उन्हें इसके महत्व के बारे में बताना अत्यंत आवश्यक है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, प्रधानमंत्री मोदी नागरिकों को स्वच्छता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे और स्वच्छ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में उनकी भूमिका को समझाएंगे।