PM Kisan Yojana प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: 2023 के 15 नवंबर को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर झारखंड के खुंटी में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त को रिहा किया। इस दौरान, यूपीआई के माध्यम से पूरे देश के 8 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में प्रत्येक को 2000 रुपये भेजे गए। करोड़ों किसान 15वीं किस्त के लाभ प्राप्त करने के बाद बहुत खुश हैं।
बहुत से किसान हैं जिन्हें अबतक 15वीं किस्त का पैसा उनके खाते में नहीं मिला है। ऐसे कई किसान, जिन्होंने इस योजना के तहत ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड की सत्यापनी कर ली है। इसके बावजूद 15वीं किस्त का पैसा उनके खाते में नहीं आया है। अगर 15वीं किस्त का पैसा अबतक आपके खाते में नहीं आया है। ऐसे में परेशान होने की बजाय, आपको प्रधानमंत्री किसान हेल्पलाइन नंबर्स पर कॉल करना चाहिए।
PM Kisan Yojana: इस श्रृंगार में, आज हम आपके साथ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के हेल्पलाइन नंबर्स साझा करने जा रहे हैं, जहाँ आप 15वीं किस्त के आगमन की शिकायत कर सकते हैं।
इसे ध्यान देने योग्य है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त का खाते में ना आने का मुख्य कारण योजना में ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड की सत्यापनी की न होना है। अगर आपने इन दोनों कार्यों को किया है। इसके बावजूद, 15वीं किस्त के पैसे आपके खाते में नहीं आए हैं। इस स्थिति में, आप 155261, 1800115526 (टोल फ्री) या 011-23381092 पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
इसके अलावा, किसान अपनी शिकायतें pmkisan-ict@gov.in पर भी दर्ज कर सकते हैं। अगर आपने अबतक इस योजना में ई-केवाईसी नहीं की है। इस स्थिति में, आपको तत्काल PM Kisan पोर्टल पर जाकर इस महत्वपूर्ण कार्य को करना चाहिए।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक कृषि योजना है जो किसानों को आर्थिक सहारा प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत, पात्र किसानों को सालाना 6000 रुपये का वित्तीय सहारा प्रदान किया जाता है जो तीन बार्गिक किस्तों के रूप में दी जाती हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पात्रता मानदंडों में शामिल हैं:
1. किसान भारतीय नागरिक होना चाहिए।
2. किसान को भूमि का मालिक होना चाहिए।
3. किसान की खेती का क्षेत्र 2 हेक्टेयर से अधिक नहीं होना चाहिए।
4. योजना के अंतर्गत शामिल किसानों को वित्त मंत्रालय द्वारा निर्धारित तिथियों में पहली किस्त प्राप्त होती है, और इसे केवल ऑनलाइन तरीके से प्रदान किया जाता है।
इस योजना के तहत किसानों को नकद राशि का लाभ दिया जाता है ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों में सुधार कर सकें और अच्छी खेती कर सकें।