Meerut: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के खिवाई गांव से तीन युवकों के पाकिस्तान से जुड़े होने का मामला सामने आया है। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीमों ने शुक्रवार सुबह एक साथ मेरठ, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और असम में छापे मारे। इस कार्रवाई के तहत खिवाई गांव से एक युवक को उठाया गया, जिसके बाद एटीएस, सेना और पुलिस इंटेलिजेंस ने भी गांव का दौरा किया और अन्य युवाओं से पूछताछ शुरू की।
छापेमारी का विवरण
जानकारी के अनुसार, खिवाई गांव में तीन युवकों की पाकिस्तान से कनेक्टिविटी का खुलासा हुआ है। एनआईए ने मेहकर (22 वर्ष), फैजान (13 वर्ष) और अयूब (20 वर्ष) नामक युवकों से पूछताछ की। यह पूछताछ लगभग दो घंटे तक चली, जिसके बाद एनआईए टीम ने मेहकर को अपने साथ ले लिया। इस कार्रवाई के बाद अन्य एजेंसियों ने भी गांव का दौरा किया और जानकारी इकट्ठा की।
युवकों के पाकिस्तान से संपर्क की जानकारी
यह बताया गया है कि ये तीनों युवक एक ऑनलाइन समूह के माध्यम से किसी पाकिस्तानी संगठन के साथ बात कर रहे थे। उन्हें संदेह है कि वे देश की गतिविधियों की जानकारी भी साझा कर रहे थे। हालांकि, युवकों का कहना है कि उनकी इंस्टाग्राम आईडी को हैक कर लिया गया है और वे इस गतिविधि में शामिल नहीं हैं।
युवा एवं उनके परिवारों का बचाव
युवकों के परिवारों ने उनका बचाव करते हुए कहा है कि उनके बच्चों को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके संदेश और बातचीत को हैक किया गया है, जिससे यह साबित होता है कि उनके बच्चे पाकिस्तान के साथ किसी प्रकार का संपर्क नहीं रख रहे हैं। इस मामले में परिवारों का तर्क है कि बिना ठोस सबूत के उनके बच्चों को गलत तरीके से आरोपी ठहराया जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया
अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) डीके ठाकुर ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि खिवाई गांव में एटीएस, आईबी और एनआईए की छापेमारी की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं और इसमें संलिप्त सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आगे की कार्रवाई
इस मामले में एनआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी से यह स्पष्ट हो गया है कि वे इस घटना की गहराई से जांच कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का समाधान किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा न पहुंचे।
संदिग्ध गतिविधियों की जांच
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने खिवाई गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की गहन जांच शुरू कर दी है। यह जांच यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि कोई अन्य व्यक्ति या समूह इस प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त न हो।
गांव का माहौल
खिवाई गांव में छापेमारी के बाद से भय का माहौल बन गया है। लोग इस मामले को लेकर चिंतित हैं और यह सोच रहे हैं कि क्या उनके गांव में कोई और भी संदिग्ध गतिविधि हो रही है। गांव वालों ने एनआईए की कार्रवाई का स्वागत किया है, लेकिन वे चाहते हैं कि उनकी ओर से किए गए सभी कार्य सही तरीके से हों और निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए।