Breast cancer की पहचान के लिए किए जाने वाले प्रमुख परीक्षण, जानें कैसे हो सकती है जल्दी पहचान

Breast cancer महिलाओं में सबसे आम कैंसर है और इसके कारण दुनियाभर में लाखों महिलाओं की जान जाती है। 2022 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2.3 मिलियन महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित पाई गई थीं। इस बीमारी ने वैश्विक स्तर पर लगभग 6,70,000 मौतें की हैं। हालांकि, ब्रेस्ट कैंसर का मुख्य कारण महिलाओं में पाया जाता है, लेकिन यह बीमारी पुरुषों में भी पाई जा सकती है, जिनकी संख्या 0.5% से 1% के बीच होती है।
ब्रेस्ट कैंसर तब होता है जब स्तनों में कोशिकाओं का असामान्य रूप से विकास होता है। यह असामान्य वृद्धि अक्सर दूध नलिकाओं या दूध उत्पादक लोब्यूल्स के अंदर शुरू होती है। अगर इसे समय रहते रोका न जाए तो यह ट्यूमर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है, जो अंततः जानलेवा हो सकता है। इस वजह से यह जरूरी है कि ब्रेस्ट कैंसर की समय पर पहचान की जाए। यदि इस बीमारी का पता शुरुआती चरण में चलता है, तो इलाज की सफलता की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, ब्रेस्ट कैंसर की जल्दी पहचान के लिए नियमित चेकअप करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए किए जाने वाले प्रमुख परीक्षण
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों और संकेतों का सही समय पर पता लगाने के लिए विभिन्न प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं। जानिए, कौन से टेस्ट ब्रेस्ट कैंसर की पहचान करने में मदद कर सकते हैं।
1. स्व-निर्धारण (Self-diagnosis)
हालांकि यह एक औपचारिक परीक्षण नहीं है, लेकिन ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती पहचान के लिए यह बहुत फायदेमंद हो सकता है। स्व-निर्धारण में स्तन के आकार और स्थिति में बदलाव, निप्पल से स्राव, या कोई गांठ महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लेना शामिल है। यदि आपको अपने स्तन में कोई गांठ महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
स्व-निर्धारण एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन यह कैंसर की पहचान का अंतिम उपाय नहीं है। यदि किसी भी प्रकार की असामान्यता का पता चलता है तो तुरंत चिकित्सकीय जांच कराना आवश्यक है।
2. मैमोग्राफी (Mammography)
मैमोग्राफी ब्रेस्ट का एक्स-रे होता है, जिसका उपयोग ब्रेस्ट की ऊतक संरचना में असामान्य बदलावों या वृद्धि की पहचान करने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण नियमित स्क्रीनिंग के रूप में किया जाता है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो 40 वर्ष की उम्र के पार हैं या जिनके परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास है।
मैमोग्राफी का मुख्य उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती संकेतों को पहचानना है जैसे गांठें या माइक्रोकैल्सिफिकेशंस (सूक्ष्म कैल्शियम के कण)। यह परीक्षण कैंसर के पहले चरण में ही उसकी पहचान करने में मदद करता है, जिससे इलाज की प्रक्रिया को सफल बनाने में मदद मिलती है।
3. ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड (Breast Ultrasound)
जब मैमोग्राफी में कोई संदिग्ध क्षेत्र दिखाई देता है, तो ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जाता है। यह परीक्षण यह निर्धारित करने में मदद करता है कि क्या क्षेत्र ठोस गांठ (जो कैंसरous हो सकती है) है या फिर तरल से भरा हुआ सिस्ट (जो सामान्य रूप से बिनाइन होते हैं) है।
अल्ट्रासाउंड ब्रेस्ट में दर्द रहित, अव्यक्त गांठों या क्षेत्रीय परिवर्तनों का सही ढंग से पता लगाने में मदद करता है। यह अधिक सटीकता के साथ जांच कर सकता है और ब्रेस्ट कैंसर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।
4. मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI)
ब्रेस्ट MRI, चुंबक और रेडियो तरंगों का उपयोग करके ब्रेस्ट के अंदर के ऊतकों की तस्वीरें बनाता है। यह परीक्षण आमतौर पर तब किया जाता है जब किसी महिला को ब्रेस्ट कैंसर का उच्च जोखिम होता है (जैसे पारिवारिक इतिहास या आनुवांशिक कारण) या जब पहले से कैंसर का निदान हो चुका हो।
MRI, मैमोग्राफी या अल्ट्रासाउंड से छूटे हुए ट्यूमर का पता लगा सकता है। यह परीक्षण कैंसर के प्रसार का आकलन करने में भी मदद करता है और यह उन मामलों में विशेष रूप से सहायक है जहां ब्रेस्ट कैंसर की पहचान करना मुश्किल हो सकता है।
5. बायोप्सी (Biopsy)
बायोप्सी सबसे विश्वसनीय तरीका है यह निर्धारित करने का कि गांठ या असामान्यता कैंसरous है या नहीं। इस परीक्षण में ब्रेस्ट के टिशू का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है और उसे माइक्रोस्कोप के तहत जांचा जाता है।
यदि MRI या अल्ट्रासाउंड में किसी गांठ या असामान्यता का पता चलता है, तो बायोप्सी करना यह पुष्टि करने का सबसे प्रभावी तरीका है कि यह कैंसर है या नहीं। बायोप्सी से प्राप्त जानकारी इलाज के तरीके को भी निर्धारित करने में मदद करती है।
ब्रेस्ट कैंसर का सही समय पर निदान इलाज की सफलता दर को बढ़ाता है। स्व-निर्धारण, मैमोग्राफी, ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड, MRI और बायोप्सी जैसे परीक्षण ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। यदि आपको अपने शरीर में किसी प्रकार के बदलाव या असामान्यता का अनुभव होता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और नियमित जांच करवाएं। याद रखें, ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती पहचान जीवन को बचा सकती है, इसलिए समय पर परीक्षण करवाना न भूलें।