Maharashtra Assembly Elections: भाजपा और महा विकास आघाड़ी के संकल्प पत्र, चुनावी वादों का भव्य ऐलान
Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और महा विकास आघाड़ी (MVA) ने अपने-अपने संकल्प पत्र और गारंटी की घोषणा की है। दोनों प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों ने जनता से अपने वादों के आधार पर समर्थन की अपील की है। जहां भाजपा ने 25 लाख नौकरियों और किसानों के लिए कई योजनाओं का वादा किया है, वहीं महा विकास आघाड़ी ने महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए राहत योजनाओं का प्रस्ताव रखा है।
भाजपा का संकल्प पत्र: महाराष्ट्र के विकास का मार्ग
भा.ज.पा. ने रविवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के विकास के संबंध में कई महत्वपूर्ण वादे किए। फडणवीस ने कहा कि अगर भाजपा सरकार बनती है, तो वह 25 लाख नौकरियां देने, किसानों के लिए भावनाथर योजना, कर्ज माफी और महिलाओं को 2100 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा करती है।
अमित शाह ने इस अवसर पर राज्य के इतिहास, विशेष रूप से मराठा साम्राज्य और शिवाजी महाराज की धरोहर को सलाम करते हुए राज्य को फिर से पुनर्निर्मित करने की बात कही। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र हमेशा देश में हर क्षेत्र में नेतृत्व करता रहा है। हमारे संकल्प पत्र में हम किसानों, महिलाओं और गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
अमित शाह ने अपने भाषण में कुल सात मुद्दों पर चर्चा की:
- महाराष्ट्र का पुनर्निर्माण: शाह ने राज्य के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए इसे फिर से समृद्ध बनाने का संकल्प लिया।
- कश्मीर चुनाव: उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू और कश्मीर में हुए चुनावों का उल्लेख किया।
- राहुल गांधी और सावरकर: भाजपा नेता ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए वीर सावरकर का सम्मान करने का आह्वान किया।
- कांग्रेस के वादे: शाह ने कांग्रेस के वादों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए उन्हें अपने वादे निभाने की चुनौती दी।
- उलेमा की मांग: उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर धार्मिक आधार पर आरक्षण की बात करने का आरोप लगाया।
- उद्धव ठाकरे का रुख: शाह ने ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि वह अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ क्यों हैं।
- वक्फ बिल: मोदी सरकार द्वारा लाए गए वक्फ बोर्ड सुधार बिल की आवश्यकता पर जोर दिया।
महा विकास आघाड़ी का संकल्प पत्र: 5 गारंटियां
वहीं दूसरी ओर, महा विकास आघाड़ी ने 7 नवम्बर को अपने संकल्प पत्र की पांच गारंटियां घोषित कीं। यह संकल्प पत्र कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत किया गया, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए। महा विकास आघाड़ी ने महिलाओं, किसानों और बेरोजगार युवाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है।
महा विकास आघाड़ी के संकल्प पत्र में शामिल पांच गारंटियां:
- महिलाओं के लिए 3000 रुपये मासिक सहायता: राज्यभर में सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
- किसानों के लिए कर्ज माफी: किसानों के 3 लाख रुपये तक के कृषि कर्ज माफ किए जाएंगे और जो किसान कर्ज चुका रहे हैं, उन्हें 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- बेरोजगारों के लिए 4000 रुपये मासिक सहायता: राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
- स्वास्थ्य बीमा और मुफ्त दवाइयां: सभी परिवारों को 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवाइयां दी जाएंगी।
- सामाजिक और आर्थिक जाति गणना: राज्य में पिछड़े और वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए जाति आधारित जनगणना की जाएगी और आरक्षण पर 50% की सीमा को हटाया जाएगा।
उद्धव ठाकरे का बयान: अनुच्छेद 370 के हटाने के खिलाफ
उद्धव ठाकरे ने भी चुनावी मुद्दों पर बयान दिया। उन्होंने घोषणा की कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे धारावी परियोजना को रोक देंगे और वहां एक नई वित्तीय क्षेत्र बनाएंगे। इसके साथ ही उद्धव ने यह भी कहा कि उनका गठबंधन जो भी वादा करता है, वह उसे पूरा करता है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा और महा विकास आघाड़ी दोनों ही अपने-अपने संकल्प पत्र के माध्यम से मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। जहां भाजपा ने राज्य के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पुनर्निर्माण का वादा किया है, वहीं महा विकास आघाड़ी ने महिलाओं, किसानों और बेरोजगार युवाओं के लिए कई आकर्षक योजनाएं पेश की हैं। अब यह देखना बाकी है कि जनता के बीच कौन सा गठबंधन का संकल्प पत्र अधिक प्रभावी साबित होता है।