Mahakumbh 2025: 40 करोड़ श्रद्धालुओं के स्वागत की भव्य तैयारियां
Mahakumbh 2025: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में महाकुंभ 2025 की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। यह आयोजन दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता है, जिसमें 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। महाकुंभ का यह महायज्ञ आने वाले महीने में आरंभ होगा। पिछले एक वर्ष से जारी तैयारियों ने अब भव्यता का स्वरूप ले लिया है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर बसे इस आयोजन में देश-विदेश से लाखों भक्तगण शामिल होंगे।
63000 हेक्टेयर में तैयार हुआ कुंभ क्षेत्र
महाकुंभ का क्षेत्रफल 63000 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जो कि अब उत्तर प्रदेश का एक नया जिला बन गया है। इस क्षेत्र में कई नई संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। घाटों को साफ-सुथरा कर विभिन्न सेक्टरों में विभाजित किया गया है। बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीनें घाटों को समतल करने में लगी हैं।
विभिन्न सेक्टरों में रोशनी की व्यवस्था की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों और एआई तकनीक से लैस 300 अत्याधुनिक कैमरों के जरिए पूरे आयोजन पर नजर रखी जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनीं दीवारों की पेंटिंग्स
महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इन श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज की सड़कों और दीवारों पर बनाई गई भव्य और रंगीन पेंटिंग्स मुख्य आकर्षण होंगी। यह पेंटिंग्स देश के विभिन्न राज्यों की कलाओं को प्रदर्शित करती हैं। पिछले कई महीनों से देशभर के कलाकार इन दीवारों पर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं।
इन पेंटिंग्स में भारतीय संस्कृति, धार्मिक मान्यताओं और राज्यों की पारंपरिक छवियों को उकेरा गया है। श्रद्धालु इन पेंटिंग्स के माध्यम से भारतीय विविधता और समृद्ध संस्कृति का अनुभव कर पाएंगे।
नई हवाई सुविधा: प्रयागराज हवाई अड्डे का विस्तार
महाकुंभ के दौरान हवाई यात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज हवाई अड्डे का विस्तार किया जा रहा है। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार, इस परियोजना के दो चरण पूरे हो चुके हैं। इसके तहत हवाई अड्डे पर विमानों की पार्किंग क्षमता 4 से बढ़ाकर 15 कर दी गई है, जबकि टर्मिनल भवन की यात्री क्षमता 350 से बढ़ाकर 850 कर दी गई है।
हवाई अड्डे की कार पार्किंग क्षमता भी 200 से बढ़ाकर 400 कर दी गई है। तीसरे चरण के काम के तहत, 31 दिसंबर तक नए टर्मिनल भवन को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा, ताकि महाकुंभ के दौरान आने वाले यात्रियों का स्वागत बेहतर ढंग से हो सके।
सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक इंतजाम
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। 2400 सीसीटीवी कैमरों के साथ 300 एआई तकनीक वाले कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में मदद करेंगे। पूरे आयोजन क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी।
पर्यावरण संरक्षण पर जोर
महाकुंभ के आयोजन में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। घाटों की सफाई के साथ ही जल प्रदूषण रोकने के लिए भी विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। कुंभ क्षेत्र में कचरे के प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
नई पुलों और सड़कों का निर्माण
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई नए पुलों और सड़कों का निर्माण किया गया है। ये संरचनाएं प्रयागराज को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी और मेले के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाएंगी।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए विशेष टेंट सिटी तैयार की गई है। यहां हर सुविधा का ध्यान रखा गया है, जिससे श्रद्धालु आध्यात्मिक अनुभव का आनंद ले सकें।
महाकुंभ 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, एकता और आस्था का प्रतीक है। इसकी तैयारियों में प्रशासन ने आधुनिक तकनीक और परंपराओं का अद्भुत समन्वय किया है। यह आयोजन देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को भारतीय सांस्कृतिक धरोहर और विविधता से जोड़ने का एक अवसर प्रदान करेगा।
महाकुंभ 2025 की भव्यता और सुंदरता निश्चित रूप से इसे एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में स्थापित करेगी।