Lung Tumor Symptoms : फेफड़ों में ट्यूमर के संकेत, क्या आप भी इन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं?
Lung Tumor Symptoms: फेफड़ों में ट्यूमर बनना एक गंभीर स्थिति है, जो समय रहते पहचानने पर इलाज से ठीक हो सकता है। ट्यूमर या फेफड़ों का कैंसर अक्सर तंबाकू और धूम्रपान के कारण होता है, लेकिन यह नॉन-स्मोकर्स में भी हो सकता है। हाल के दिनों में फेफड़ों में ट्यूमर के मामले तेजी से बढ़े हैं। यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है और इससे मौत का खतरा भी रहता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, फेफड़ों में ट्यूमर बनने के कई लक्षण होते हैं, जो प्रतिदिन देखे जाते हैं, लेकिन अक्सर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में यह समस्या गंभीर हो सकती है। आइए जानते हैं, फेफड़ों में ट्यूमर बनने के लक्षण क्या होते हैं और इन्हें कैसे पहचाना जा सकता है।
फेफड़ों में ट्यूमर बनने के ये लक्षण होते हैं
- सांस लेने में कठिनाई
फेफड़ों में ट्यूमर बनने से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। अगर आप भी लगातार इस समस्या का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत सतर्क हो जाएं, क्योंकि ऐसा होने से समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- खांसी
अगर आप लगातार खांसी से परेशान हैं और यह काफी समय से चल रही है, तो तुरंत चेकअप कराएं, क्योंकि यह फेफड़ों में ट्यूमर बनने का संकेत हो सकता है। खांसी के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी यह फेफड़ों के कैंसर का संकेत भी हो सकता है।
- सीने में दर्द
लगातार सीने में दर्द होना भी फेफड़ों में ट्यूमर बनने का लक्षण हो सकता है। अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं। कई बार लोग सीने में दर्द को एसिडिटी का कारण मान लेते हैं, जो बाद में गंभीर रूप ले सकता है।
- वजन का घटना
फेफड़ों में ट्यूमर बनने से अचानक वजन कम हो सकता है। अगर आपको बिना किसी कारण वजन घटने की समस्या हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। 80% मामलों में फेफड़ों का कैंसर देर से पता चलता है, जिसके कारण इलाज नहीं हो पाता और यह जानलेवा हो सकता है।
- थकान महसूस होना
अगर आपको थोड़ी-सी मेहनत करने पर भी थकान महसूस होती है और सांस की कमी महसूस होती है, तो यह फेफड़ों में ट्यूमर या फेफड़ों के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। जब फेफड़े कमजोर हो जाते हैं, तो ऑक्सीजन सही तरीके से काम नहीं कर पाता और इससे ये समस्याएं होती हैं।
फेफड़ों में ट्यूमर होने के कारण
- धूम्रपान – धूम्रपान फेफड़ों में ट्यूमर का मुख्य कारण है।
- वायु प्रदूषण – वायु प्रदूषण भी फेफड़ों में ट्यूमर का कारण बन सकता है।
- जेनेटिक्स (परिवार में इतिहास) – फेफड़ों में ट्यूमर का एक कारण परिवारिक इतिहास भी हो सकता है।
फेफड़ों में ट्यूमर का इलाज कैसे किया जाता है?
फेफड़ों में ट्यूमर का पता लगाने के लिए डॉक्टर एक्स-रे करते हैं। यह बीमारी सीटी स्कैन द्वारा भी पकड़ी जाती है। इन परीक्षणों के द्वारा डॉक्टर ट्यूमर का आकार और स्थिति का पता लगाते हैं और फिर इलाज की प्रक्रिया शुरू करते हैं।
फेफड़ों में ट्यूमर एक गंभीर समस्या है और इसके लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते इलाज शुरू होने से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
फेफड़ों में ट्यूमर के मुख्य कारणों में धूम्रपान, वायु प्रदूषण और पारिवारिक इतिहास शामिल हैं। सही समय पर इलाज से इस बीमारी को हराया जा सकता है।