KC Venugopal: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन से संबंधित महत्वपूर्ण समितियों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा की है। परंपरा के अनुसार, वरिष्ठ कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल को सार्वजनिक लेखा समिति (PAC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो संसद प्रणाली में सबसे महत्वपूर्ण समिति मानी जाती है। इस समिति की अवधि 30 अप्रैल, 2025 तक समाप्त होगी। बता दें कि सार्वजनिक लेखा समिति को संसद प्रणाली की सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली समिति माना जाता है।
इन 22 सांसदों को शामिल किया गया समिति में
इस समिति में 15 लोकसभा सांसद और 7 राज्यसभा सांसद शामिल हैं, यानी कुल 22 सांसदों की सदस्यता है, जिनमें अध्यक्ष भी शामिल हैं। केसी वेणुगोपाल के अलावा, लोकसभा से टीआर बालू, निशिकांत दुबे, जगदंबिका पाल, जय प्रकाश, रवि शंकर प्रसाद, सीएम रमेश, मघुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी, प्रो. सौगात राय, अपराजिता सारंगी, डॉ. अमर सिंह, तेजस्वी सूर्या, अनुराग सिंह ठाकुर, बलाशौरी वल्लभनेनी और धर्मेंद्र यादव इस समिति के सदस्य हैं। राज्यसभा से अशोक चव्हाण, शक्तिसिंह गोहिल, डॉ. के. लक्ष्मण, प्रफुल पटेल, सुखेंदु शेखर रॉय, तिरुचि के शिवा और सुधांशु त्रिवेदी सदस्यों में शामिल हैं।
अन्य समितियों के अध्यक्षों की घोषणा
साथ ही, बीजेपी सांसद संजय जायसवाल को आकलन समिति (Estimates Committee) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बैजयंत पांडा को सार्वजनिक उपक्रमों की समिति (Committee on Public Undertakings) का अध्यक्ष बनाया गया है। सार्वजनिक लेखा समिति, सार्वजनिक उपक्रमों की समिति (COPU) और आकलन समिति संसद की प्रमुख वित्तीय समितियाँ हैं, जिनका कार्य सरकार के खातों और सार्वजनिक उपक्रमों के संचालन पर निगरानी रखना है।
इसके साथ ही, लोकसभा अध्यक्ष ने सदन से संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण समितियों के अध्यक्षों की भी नियुक्ति की है। गणेश सिंह को अन्य पिछड़े वर्गों के कल्याण समिति का अध्यक्ष, संजय जायसवाल को आकलन समिति का अध्यक्ष, बैजयंत पांडा को सार्वजनिक उपक्रमों की समिति का अध्यक्ष और फग्गन सिंह कुलस्ते को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।