आनंद भवन, जो नेहरू-गांधी परिवार की पैतृक संपत्ति है, उसके गेट पर “Indira is Back” का एक बैनर लगाया गया है। इस बैनर में इंदिरा गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की तस्वीरें लगी हैं। कांग्रेस ने इस बैनर के माध्यम से प्रियंका को इंदिरा गांधी के समकक्ष दिखाने का प्रयास किया है। कांग्रेस के प्रवक्ता हसीब अहमद ने कहा कि प्रियंका इंदिरा गांधी का अवतार हैं और वह अब मुख्यधारा की राजनीति में आकर संसद में चुनौती देंगी।
आनंद भवन का ऐतिहासिक महत्व
आनंद भवन, जो इलाहाबाद (प्रयागराज) के कर्नलगंज रोड पर स्थित है, का इतिहास बहुत पुराना है। कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने बताया कि आनंद भवन को मोतीलाल नेहरू ने स्वतंत्रता से पहले केवल 2500 रुपये में खरीदा था। यह भवन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करता था।
उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी जब भी इलाहाबाद आते थे, तो आनंद भवन में ही रुकते थे। यही नहीं, इंदिरा गांधी का जन्म भी आनंद भवन में ही हुआ था। यह स्थान न केवल नेहरू-गांधी परिवार के लिए बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए भी महत्वपूर्ण है।
बैनर का उद्देश्य
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आनंद भवन के गेट पर यह बैनर लगाने का उद्देश्य राजनीतिक है। कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने कहा कि यह बैनर प्रियंका गांधी की वायनाड लोकसभा उपचुनाव में संभावित जीत के लिए अग्रिम बधाई के रूप में लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब तक संसद में आम लोगों की आवाज़ थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आंख मिलाकर बात करते थे। लेकिन अब प्रियंका गांधी के आने से न केवल आम लोगों की आवाज़ संसद में गूंजेगी, बल्कि विपक्ष को भी मजबूती मिलेगी।
प्रियंका गांधी: इंदिरा गांधी की छवि
प्रियंका गांधी की तुलना इंदिरा गांधी से करना कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने कहा कि प्रियंका इंदिरा गांधी का अवतार हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की नेतृत्व क्षमता, उनकी बोलने की शैली और जनता से जुड़ने का तरीका इंदिरा गांधी की याद दिलाता है।
उन्होंने कहा कि प्रियंका के संसद में आने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक तरफ प्रियंका गांधी और दूसरी तरफ राहुल गांधी का सामना करना पड़ेगा।
प्रियंका गांधी का वायनाड से संभावित प्रवेश
कांग्रेस ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी को उम्मीदवार के रूप में पेश करने का संकेत दिया है। यह सीट राहुल गांधी के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी। कांग्रेसियों का मानना है कि प्रियंका गांधी का चुनाव जीतना तय है और यह उनके राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
आनंद भवन के बाहर बैनर का संदेश
आनंद भवन के गेट पर लगे बैनर के माध्यम से कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को इंदिरा गांधी की छवि में प्रस्तुत किया है। “इंदिरा इज बैक” लिखा यह बैनर यह संदेश देता है कि प्रियंका गांधी अब कांग्रेस को नई ऊर्जा और दिशा देंगी।
प्रियंका गांधी का संसद में प्रभाव
प्रियंका गांधी के संसद में आने से विपक्ष को बड़ी मजबूती मिलेगी। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका के आने से संसद में जनता की समस्याओं को बेहतर ढंग से उठाया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने कहा कि प्रियंका गांधी के आने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनौतियां बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि अब मोदी जी को एक आंख से राहुल गांधी और दूसरी आंख से प्रियंका गांधी का सामना करना होगा।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश
प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने की खबर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश है। आनंद भवन के गेट पर बैनर लगाकर कार्यकर्ताओं ने अपनी खुशी जाहिर की और प्रियंका गांधी की वायनाड से संभावित जीत का जश्न मनाया।
“इंदिरा इज बैक” बैनर ने प्रियंका गांधी को इंदिरा गांधी की छवि में स्थापित करने का कांग्रेस का प्रयास स्पष्ट कर दिया है। यह न केवल प्रियंका गांधी की संभावित चुनावी जीत का संकेत देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कांग्रेस नेहरू-गांधी परिवार के करिश्मे के सहारे राजनीति में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ना चाहती है। अब देखना यह होगा कि प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस की स्थिति में कितना सुधार होता है और यह भारतीय राजनीति को किस दिशा में ले जाता है।