Health: गर्मियों और मानसून के मौसम में पेट संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जाता है। इसे गैस्ट्रोएंटेराइटिस, गैस्ट्रिक फ्लू और पेट फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। यह आंतों और पेट में जलन और सूजन का कारण बन सकता है। रोटावायरस और नोरोवायरस पेट फ्लू के लिए जिम्मेदार होते हैं। आमतौर पर इसके लक्षण संक्रमण के 2 से 3 दिन बाद दिखाई देते हैं। पेट में ऐंठन, दस्त, उल्टी और बुखार जैसी समस्याएं देखी जा सकती हैं।
मणिपाल अस्पताल (बानेर) में संक्रामक रोगों के परामर्शदाता डॉ. पृथु ढेकाने के अनुसार, ‘हाथों की नियमित सफाई एक बहुत अच्छी आदत है, जो हमें स्वस्थ रखने और बीमारियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खाने से पहले, खाने के बाद, शौच, बागवानी करने के बाद हाथ धोना हमें सर्दी, फ्लू और पेट के संक्रमण से दूर रख सकता है। गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बनने वाले वायरस और बैक्टीरिया गंदे हाथों के माध्यम से फैलते हैं। नियमित हाथ धोने की आदत कई प्रकार की बीमारियों के प्रसार को रोक सकती है।’
हाथों की नियमित सफाई
गैस्ट्रोएंटेराइटिस का इलाज वायरस के आधार पर किया जाता है। हालांकि, इस समस्या को रोकने के लिए सबसे प्रभावी उपचार हाथों की स्वच्छता है। हां, हाथों को साफ रखकर पेट संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है। साबुन या हैंड वॉश से कम से कम 20 सेकंड तक हाथों को रगड़कर साफ करें और फिर पानी का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि हाथ पोंछने के लिए उपयोग किए जाने वाले कपड़े या तौलिया भी साफ हों।
हाथ धोने के फायदे बताएं
परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से बच्चों को हाथ धोने के फायदे बताएं और कैसे हाथ धोने से पेट संक्रमण का खतरा कम हो सकता है। उन्हें बताने के साथ-साथ हाथ धोने का सही तरीका भी सिखाएं।
सैनिटाइजर का महत्व
कई जगहों पर हाथ धोने की उचित व्यवस्था नहीं होती है, इसलिए अपने साथ सैनिटाइजर या वाइप्स रखें। सैनिटाइजर हाथों और सतहों पर मौजूद कीटाणुओं को खत्म करने में बहुत प्रभावी होते हैं। वाइप्स भी इसी तरह काम करते हैं।
हाथों की स्वच्छता पर ध्यान देकर, आप हर मौसम में, चाहे वह गर्मी हो, मानसून हो या सर्दी, बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं।