Ekta Murder Case: मुख्य आरोपी विमल को 48 घंटे की पुलिस रिमांड, अहम सवालों के मिलेंगे जवाब
Ekta Murder Case: 24 जून 2024 को लापता हुई एकता गुप्ता के हत्या मामले में मुख्य आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी को अब पुलिस रिमांड पर 48 घंटे के लिए भेजा गया है। यह निर्णय मंगलवार को उस वक्त लिया गया जब पुलिस ने अदालत से उसके रिमांड के लिए आवेदन किया था। इस रिमांड के दौरान पुलिस का उद्देश्य उन सभी सवालों के जवाब खोजना है जिनका अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया है।
एकता गुप्ता, जो राहुल गुप्ता की पत्नी थीं और मयूर शेयर ट्रेडिंग कंपनी में काम करती थीं, 24 जून को ग्रीन पार्क स्थित जिम से लापता हो गई थीं। विमल सोनी, जो एकता का जिम ट्रेनर था, भी उसी दिन से गायब था। शुरुआती तौर पर पुलिस ने इस मामले को एक प्रेम प्रसंग मान लिया था, लेकिन जब 26 अक्टूबर को विमल सोनी को गिरफ्तार किया गया और उसके बाद एकता का शव डीएम आवास के पास स्थित ऑफिसर्स क्लब में गड्ढे से बरामद हुआ, तो मामला मोड़ ले लिया।
पुलिस का दावा: विमल के बयान में विरोधाभास
पुलिस का कहना है कि विमल सोनी के बयान में कई विरोधाभास हैं, और उसे रिमांड पर रखने की आवश्यकता इसलिए थी ताकि उन सभी सवालों के जवाब मिल सकें जो अब तक अनसुलझे हैं। पुलिस का कहना है कि विमल से यह जानने की कोशिश की जाएगी कि एकता की लापता होने के बाद उसकी मोबाइल और जिम बैग कहां हैं। विमल ने पुलिस से कहा था कि उसने एकता का मोबाइल बिथूर इलाके में तोड़कर फेंक दिया था, लेकिन अब तक मोबाइल का कोई सुराग नहीं मिला है।
इसके अलावा, एकता के शव को जिस गड्ढे में दफन किया गया, वह गड्ढा एक छोटी सी समयावधि में नहीं खोद सकता था। पुलिस यह भी जानना चाहती है कि आरोपी ने इस हत्या की योजना कब से बनानी शुरू की थी और उसका उद्देश्य क्या था।
मुख्य सवाल: क्या थी हत्या की योजना और किसका था हाथ?
अदालत में पुलिस द्वारा दायर आवेदन में यह भी कहा गया कि विमल के बयान में अनगिनत विरोधाभास हैं। एक सवाल यह उठ रहा है कि विमल को ऑफिसर्स क्लब में कैसे प्रवेश मिला? क्या हत्या के पीछे किसी और का हाथ था? इसके अलावा, ग्रीन पार्क और डीएम कंपाउंड रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों के बंद होने के पीछे क्या कोई साजिश थी?
पुलिस ने मांगा एकता की मां का डीएनए नमूना
पुलिस ने अदालत से एकता की मां, सुनीता गुप्ता, का डीएनए नमूना लेने की अनुमति भी मांगी है। पुलिस का कहना है कि गड्ढे से जो कंकाल बरामद हुआ है, उसे एकता का शव साबित करने के लिए केवल डीएनए परीक्षण ही मदद कर सकता है।
विमल का बयान: एकता के साथ रिश्ते का खौ़फनाक सच
विमल के बयान के अनुसार, वह 2016 में ऑफिसर्स क्लब में जिम ट्रेनर के रूप में काम कर रहा था और बाद में ग्रीन पार्क में जॉइन किया। एकता गुप्ता एक साल से इस जिम में आ रही थीं। विमल ने पुलिस को बताया कि नवंबर 2023 में वह एकता से संदेशों के माध्यम से संपर्क करने लगा और धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार हो गया। हालांकि, विमल की शादी एक लड़की पूजा से तय हो गई थी, जो एकता को बिल्कुल पसंद नहीं थी।
विमल का कहना है कि एकता ने उसे हर रोज धमकी दी कि वह उसकी शादी को रोक देगी, और इसी कारण उसने एकता की हत्या करने की योजना बनाई। 24 जून को, उसने एकता को एनर्जी ड्रिंक में नशीली दवाइयां मिलाकर पिलाईं, जिससे वह बेहोश हो गई। फिर उसने कार में एकता का गला दबाया और उसे मार डाला।
इसके बाद, उसने एकता के शव को अपने वाहन में डाला और गंगा बैराज की ओर ले गया, लेकिन वहां भीड़ होने के कारण उसे शव फेंकने का मौका नहीं मिला। फिर उसने शव को ऑफिसर्स क्लब के पास स्थित गड्ढे में दफना दिया। विमल के अनुसार, बाद में उसने उसी गड्ढे को फिर से खोदकर एकता का शव उसमें दफनाया।
अभी और भी सवालों के जवाब मिलने बाकी
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या हत्या के पीछे कोई साजिश थी, और क्या विमल के साथ और किसी ने हत्या करने में मदद की थी। साथ ही, ग्रीन पार्क और डीएम कंपाउंड रोड पर सीसीटीवी कैमरों की बंदी के मामले में भी पुलिस जांच कर रही है। इन सवालों के जवाब पुलिस 48 घंटे के रिमांड के दौरान प्राप्त करने की कोशिश करेगी।
एकता गुप्ता के परिवार के लिए यह मामला बेहद दुखद है। अब यह देखने वाली बात होगी कि पुलिस 48 घंटे के रिमांड में और कौन से सुराग ढूंढ पाती है और क्या विमल के बयान के विरोधाभासों को हल किया जा सकेगा। इस मामले का न्याय पूरी तरह से अदालत के सामने है, और अब यह सुनिश्चित करना होगा कि दोषी को कड़ी सजा मिले ताकि ऐसे मामलों में न्याय की उम्मीदें बनी रहें।