Delhi: हाल ही में, स्वाति मालीवाल और अरविंद केजरीवाल के बीच एक नई विवादास्पद घटना ने सुर्खियां बटोरी हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिभव कुमार को जमानत दिए जाने के बाद, इस मामले में नई मोड़ आई है। बिभव कुमार को स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और वह करीब 100 दिनों तक जेल में रहे थे। जेल से बाहर आने के बाद, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बिभव कुमार की एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा, “आराम का दिन।” इस पोस्ट के बाद, स्वाति मालीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी और सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी।
स्वाति मालीवाल की प्रतिक्रिया क्या थी?
स्वाति मालीवाल ने सुनीता केजरीवाल की पोस्ट का स्क्रीनशॉट अपने एक्स हैंडल पर साझा करते हुए कैप्शन में लिखा, “मुख्यमंत्री की पत्नी, जो मेरे पिटाई के समय घर पर थी, अब बहुत ‘आराम’ महसूस कर रही हैं। मुझे राहत है क्योंकि वह आदमी जो मुझे पीटता और मेरे साथ अनुचित व्यवहार करता था, जमानत पर बाहर आ गया है।”
स्वाति मालीवाल ने आगे लिखा, “यह सभी को स्पष्ट संदेश है कि महिलाओं की पिटाई कीजिए, फिर हम पहले गंदा ट्रोलिंग करेंगे, पीड़िता को पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे और कोर्ट में उस आदमी को बचाने के लिए देश के सबसे महंगे वकीलों की फौज तैनात करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा, “हम अपनी बहनों और बेटियों से सम्मान की उम्मीद कैसे कर सकते हैं, जब ऐसे लोग राहत महसूस करते हैं। भगवान सब देख रहे हैं, न्याय होगा।”
पूरा मामला क्या है?
मामला दरअसल 10 मई को शुरू हुआ, जब सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत दी। इसके बाद, आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल 13 मई को उनके निवास पर मिलने गईं। हालांकि, स्वाति के पास कोई अपॉइंटमेंट नहीं था। इस स्थिति में, उन्हें गेट पर ही रोक लिया गया, लेकिन स्वाति ने सुरक्षा कर्मियों से झगड़ते हुए अंदर जाने की कोशिश की। जब वह अंदर पहुंची, तो उन्हें प्रतीक्षा करने के लिए कहा गया। कुछ समय प्रतीक्षा के बाद, वह अरविंद केजरीवाल के कमरे की ओर बढ़ी। इस दौरान बिभव कुमार ने उन्हें रोका। स्वाति का आरोप है कि इसी समय बिभव कुमार ने उनकी पिटाई की और उनके साथ अनुचित व्यवहार किया।
स्वाति मालीवाल की इस तीखी प्रतिक्रिया ने इस मुद्दे को एक नई दिशा दी है। जहां एक ओर बिभव कुमार को जमानत मिली है, वहीं स्वाति की यह टिप्पणी इस बात की ओर इशारा करती है कि समाज में महिलाओं के प्रति न्याय की सच्चाई और गंभीरता को लेकर अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। यह घटना राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव छोड़ सकती है और इस पर भविष्य में क्या निर्णय होगा, यह देखने वाली बात होगी।