Delhi CM Oath: दिल्ली आज एक नई मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की गवाह बनेगी। आतिशी, जो कि इस पद को संभालने वाली आठवीं मुख्यमंत्री होंगी, 4:30 बजे LG वीके सक्सेना द्वारा शपथ लेंगी। वह शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज के बाद तीसरी महिला हैं जो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगी। इसके साथ ही, वह दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।
आतिशी का राजनीतिक सफर
आतिशी ने पहले भी 23 मार्च को मंत्री के रूप में शपथ ली थी, जब मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले में जेल भेज दिया गया था। वह कलकाजी से विधायक हैं और यह उनका पहला विधानसभा चुनाव था, जिसमें उन्होंने सफलता हासिल की। अपने ज्ञान और निष्ठा के कारण, उन्होंने अपने सीनियर्स को पीछे छोड़ते हुए इस पद तक पहुंचने में सफलता पाई है।
पार्टी में आतिशी की भूमिका
जब अरविंद केजरीवाल जेल में थे, तब आतिशी ने पार्टी की जिम्मेदारी संभाली थी। पार्टी के नेता के रूप में, उन्होंने हर संकट के समय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पार्टी को सुरक्षित रखने का प्रयास किया। केजरीवाल का उन पर विश्वास इस बात का संकेत है कि वे पार्टी के महत्वपूर्ण चेहरे बन चुकी हैं।
नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण
आतिशी के साथ-साथ उनके कैबिनेट में पांच अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। ज्ञात हो कि गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, Kailash Gehlot और इमरान हुसैन आतिशी के कैबिनेट में बने रहेंगे, जबकि मुकेश अहलावत नए चेहरे के रूप में शामिल होंगे। कैबिनेट में एक स्थान खाली है, जिसे अभी AAP ने भरने का निर्णय नहीं लिया है।
कैबिनेट में संभावित बदलाव
आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के कारण एक मंत्रिस्तरीय पद रिक्त हो गया है। यह भी कहा जा रहा है कि मंत्रियों के विभागों में एक बार फिर बदलाव हो सकता है। मुकेश अहलावत को राज कुमार आनंद की तुलना में कम विभाग दिए जा सकते हैं। assembly चुनावों को देखते हुए, यह बदलाव जरूरी हो सकता है, ताकि उन्हें सिस्टम समझने में समय मिल सके और कार्य का दबाव कम हो सके।
चुनावी महौल
दिल्ली में अगले पांच महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है। ऐसे में, आतिशी की नई जिम्मेदारियां और भी चुनौतीपूर्ण होंगी। उनकी नेतृत्व क्षमता और सामर्थ्य पर सभी की नजरें रहेंगी।