Uttar Pradesh के औरैया में पिज्जा सेंटर पर अश्लील वीडियो बनाने और ब्लैकमेलिंग का मामला, पुलिस ने की कार्रवाई
Uttar Pradesh के औरैया जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के बिधुना कोतवाली क्षेत्र में स्थित पिज्जा सेंटर में लड़कियों और लड़कों के निजी वीडियो रिकॉर्ड किए जाते थे, जिनके बाद उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। पिज्जा सेंटर के मालिक द्वारा इन वीडियो को दिखाकर लड़कियों को शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला जाता था। जब इस मामले की शिकायत पुलिस तक पहुंची, तो पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने इस घटना को सत्य पाया। इसके बाद, पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और साथ ही बिधुना एसडीएम और क्षेत्र अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर पिज्जा हब को जब्त कर लिया है।
पिज्जा सेंटर में लड़कियों को ब्लैकमेल करने का तरीका
यह पूरा मामला बिधुना कोतवाली क्षेत्र का है, जहां भानु ठाकुर नामक एक व्यक्ति ने पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दी। भानु ठाकुर ने बताया कि पिज्जा शॉप के मालिक हसनैन सिद्दीकी, जो इस सेंटर का संचालन करते थे, वहां आने वाले लड़के-लड़कियों के निजी वीडियो चोरी से बना लेते थे और फिर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। हसनैन वीडियो दिखाकर लड़कियों से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालता था। भानु ने पुलिस को बताया कि दस दिन पहले उसने पिज्जा ऑपरेटर के खिलाफ शिकायत दी थी, जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि हसनैन सिद्दीकी ने उसका वीडियो चुपके से बनाया और उसे ब्लैकमेल किया।
इस मामले के बाद भानु ठाकुर ने सोशल वर्कर को बताया कि जब उसने पिज्जा ऑपरेटर के खिलाफ विरोध किया, तो उसे और उसके दोस्त को हसनैन सिद्दीकी और उसके साथी ने जान से मारने की धमकी दी थी। भानु ने यह भी बताया कि 2 दिसंबर को जब वह अपने दोस्त आर्यन भदौरिया के साथ बाइक से चर्कुआ जा रहे थे, तब हसनैन और उसका साथी चर्कुआ पुलिया के पास घात लगाकर बैठे थे और भानु की गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की, जिससे वह और आर्यन गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस को भानु ठाकुर की शिकायत के बाद मामले की गंभीरता का अहसास हुआ और उन्होंने तुरंत जांच शुरू की। क्षेत्र अधिकारी भरत पासवान ने बताया कि शिकायत मिली थी कि अचल्दा रोड स्थित ‘जायका पिज्जा हब’ में निजी केबिन्स बनाए गए थे। इन केबिन्स में बैठने वाले लड़के-लड़कियों का वीडियो चोरी से बनाया जाता था और उसे वायरल कर दिया जाता था। इस सूचना के बाद पुलिस ने सही धाराओं में मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
जांच के दौरान यह पाया गया कि पिज्जा हब में सचमुच एक छेद बना हुआ था, जिसके जरिए पिज्जा सेंटर के ऑपरेटर गुपचुप तरीके से वीडियो बनाते थे। पुलिस ने इस मामले को सही पाया और पिज्जा हब को सील कर दिया। इस दौरान हसनैन सिद्दीकी और उसके साथी आयन को गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत में पेश किया गया।
पिज्जा हब के खिलाफ कार्रवाई
पुलिस के अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। पिज्जा सेंटर को जब्त कर लिया गया और वहां से सभी उपकरणों को कब्जे में ले लिया गया। इस घटना ने समाज में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि यह घटना महिलाओं के खिलाफ अपराध और गुपचुप तरीके से वीडियो रिकॉर्डिंग करने के गंभीर मामले की ओर इशारा करती है। इस मामले ने यह भी सवाल उठाया है कि पिज्जा सेंटर के मालिकों ने यह सब कैसे और कितने समय से चलाया।
महिला सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने महिला सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा किया है। जब महिलाएं और लड़कियां सार्वजनिक स्थानों पर जाती हैं, तो उनका सुरक्षा का अधिकार पूरी तरह से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमें समाज में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के प्रति संवेदनशीलता और कठोरता से कार्रवाई करने की जरूरत है।
हालांकि पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई की है, लेकिन समाज में ऐसे अपराधों के बढ़ने की चिंता अभी भी बनी हुई है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि हर व्यक्ति को अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क और जागरूक रहना चाहिए।
पीड़ितों को न्याय दिलाने का संकल्प
पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इस मामले में जो भी आरोपी हैं, उन्हें सजा दिलवाई जाएगी। इसके अलावा, महिला सुरक्षा को लेकर सरकार और समाज के सभी हिस्सों को मिलकर इस मुद्दे पर विचार करना होगा। यह भी जरूरी है कि महिलाएं और लड़कियां अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहें और किसी भी ऐसी घटना के बारे में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
यह घटना समाज के लिए एक कड़ा संदेश है कि हमें सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूक और संवेदनशील होने की जरूरत है। पुलिस ने जो कार्रवाई की है, उससे यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रशासन तत्पर है। इस मामले में आरोपियों को सजा दिलाने तक पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी और समाज को यह दिखाना होगा कि वह इस तरह के अपराधों के खिलाफ खड़ा है।