Car Insurance Policy: आजकल, कार बीमा पॉलिसी खरीदना एक आवश्यक कदम है ताकि किसी अप्रत्याशित स्थिति में आपको आर्थिक सुरक्षा मिल सके। लेकिन कभी-कभी, हमें स्थिति की जटिलताओं का सामना करना पड़ता है, जैसे कि कार चोरी हो जाना या आग लग जाना। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि इन स्थितियों में आप बीमा कंपनी से पूरा पैसा कैसे प्राप्त कर सकते हैं और क्या कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से आपका दावा अस्वीकृत हो सकता है।
RTI (रिटर्न टू इनवॉइस) क्या है?
किसी भी बीमा क्लेम का पूरा पैसा प्राप्त करने के लिए सबसे पहले RTI (रिटर्न टू इनवॉइस) पॉलिसी को समझना महत्वपूर्ण है। RTI एक बीमा पॉलिसी है जिसमें बीमा कंपनी आपको आपकी कार की ऑन-रोड कीमत देती है। यह मूल्य आपकी कार की खरीदारी की वास्तविक कीमत को दर्शाता है, जिसमें एक्स-शोरूम कीमत, RTO शुल्क, इंश्योरेंस और अन्य खर्च शामिल होते हैं।
RTI ऐड-ऑन पॉलिसी क्यों जरूरी है?
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार चोरी हो जाए या आग पकड़ने की स्थिति में आपको पूरी ऑन-रोड कीमत मिले, तो आपको RTI ऐड-ऑन पॉलिसी लेना चाहिए। RTI ऐड-ऑन पॉलिसी के अंतर्गत, बीमा कंपनी आपकी कार की पूरी ऑन-रोड कीमत का भुगतान करती है, न कि केवल IDV (Insured Declared Value) का। यह सुनिश्चित करता है कि आपको अपनी कार की मौजूदा कीमत के अनुसार पूरा मुआवजा मिले।
RTI पॉलिसी की अवधि और लाभ
RTI ऐड-ऑन पॉलिसी को आप केवल नई कार खरीदने के तीन साल के भीतर ही ले सकते हैं। कुछ बीमा कंपनियां 3 से 5 साल तक की RTI पॉलिसी प्रदान करती हैं। सरकारी बीमा कंपनियां आमतौर पर केवल एक्स-शोरूम कीमत देती हैं, जबकि निजी बीमा कंपनियां RTO, इंश्योरेंस और अन्य खर्चों को जोड़कर ऑन-रोड कीमत प्रदान करती हैं।
दावा अस्वीकृत होने के कारण
RTI पॉलिसी के बावजूद आपका दावा अस्वीकृत हो सकता है, इसके कुछ कारण हो सकते हैं:
- स्थानीय मरम्मत: अगर आपकी कार का कोई हिस्सा दो साल बाद स्थानीय मैकेनिक से मरवाया गया है और उसकी वजह से कार को आग लग जाए, तो बीमा कंपनी दावा अस्वीकृत कर सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्थानीय मरम्मत से कार के मूल भाग की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है।
- बीमा की शर्तें: बीमा कंपनियां विभिन्न शर्तें और नियम लागू कर सकती हैं। यदि आपके बीमा पॉलिसी में कोई शर्त या छूट है जो आपकी स्थिति में लागू नहीं होती, तो आपका दावा अस्वीकृत हो सकता है।
- सही जानकारी का अभाव: अगर आपने बीमा कंपनी को चोरी या आग की घटना के बारे में समय पर सूचना नहीं दी या जानकारी में किसी प्रकार की गलतफहमी रही, तो भी दावा अस्वीकृत हो सकता है।
पूरी प्रक्रिया
- कार चोरी या आग की घटना की सूचना: अगर आपकी कार चोरी हो जाती है या आग पकड़ती है, तो सबसे पहले स्थानीय पुलिस को रिपोर्ट करें और FIR दर्ज कराएं। इसके बाद, बीमा कंपनी को घटना की सूचना दें और आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- सभी दस्तावेज़ जमा करें: बीमा कंपनी को सभी आवश्यक दस्तावेज़ जैसे FIR, कार की डीलरशिप से प्राप्त चेक, और RTI पॉलिसी की कॉपी जमा करें।
- बीमा कंपनी की जांच: बीमा कंपनी आपकी शिकायत की जांच करेगी। अगर सभी दस्तावेज सही और पूरी जानकारी के साथ हैं, तो वे आपको पूरी ऑन-रोड कीमत का भुगतान करेंगे।
- क्लेम की स्थिति पर निगरानी: अपने क्लेम की स्थिति पर नजर रखें और बीमा कंपनी से नियमित अपडेट प्राप्त करें।
निष्कर्ष
कार बीमा पॉलिसी में RTI ऐड-ऑन पॉलिसी का चयन करने से आप कार चोरी या आग लगने की स्थिति में पूरी ऑन-रोड कीमत प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, यह सुनिश्चित करें कि आपकी बीमा पॉलिसी की शर्तों का पालन हो और सभी दस्तावेज सही और समय पर जमा किए गए हों। अगर किसी कारणवश आपका दावा अस्वीकृत हो जाता है, तो आप बीमा कंपनी से संपर्क करके और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह, आप अपनी कार के नुकसान के बावजूद आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।