Bihar: भागलपुर, Bihar से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां खलीफात नगर के हबीबपुर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक बम विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में 7 बच्चे घायल हो गए हैं। जैसे ही इस घटना की सूचना मिली, पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। यह जानकारी मिली है कि बच्चे खेत में खेल रहे थे, जब अचानक एक जोरदार धमाका हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 7 बच्चे घायल हो गए।
घटना का विवरण
भागलपुर में यह विस्फोट एक कूड़े के ढेर के पास हुआ, जैसा कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया। भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) आनंद कुमार ने पुष्टि की कि यह विस्फोट खलीफात नगर क्षेत्र में हुआ और ऐसा लगता है कि बच्चे अनजाने में विस्फोटक सामग्री को छू गए थे। उन्होंने कहा, “इस घटना में 7 बच्चे घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। सभी को निकटतम सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
घटनास्थल की स्थिति
पुलिस द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, यह घटना दोपहर के समय हुई और forensic विशेषज्ञों के साथ-साथ डॉग स्क्वाड भी मौके पर पहुंच चुकी है। इनकी मदद से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अगर कूड़े के ढेर में कोई और विस्फोटक सामग्री है, तो उसे निष्क्रिय किया जा सके। इसके साथ ही विस्फोट की प्रकृति का भी पता लगाया जा सकेगा। SSP ने यह भी बताया कि मामले की और गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
पिछले बम विस्फोटों की घटनाएँ
भागलपुर में पहले भी बम विस्फोट की घटनाएं हो चुकी हैं। 15 जून 2023 को भागलपुर के नाथनगर क्षेत्र के मनोहरपुर में एक बम विस्फोट हुआ था, जिसमें दो बच्चे घायल हुए थे। उस समय बम एक प्लेटफार्म के पास झाड़ियों के निकट रखा गया था। जब बच्चे आम तोड़ने गए थे, तो वे इसके शिकार बन गए। उस विस्फोट की आवाज लगभग आधा किलोमीटर दूर तक सुनी गई थी।
इसके अलावा, 4 मार्च 2022 को भागलपुर में एक बम बनाने के दौरान हुए विस्फोट में 14 लोग मारे गए थे। यह विस्फोट रात के समय हुआ और इससे लगभग 5 किलोमीटर के क्षेत्र में ध्वनि गूंज उठी। चार घर इस विस्फोट के कारण ढह गए थे, जिनसे 14 शव बरामद किए गए थे। इसके अलावा, 10 लोग इस विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
बच्चों की सुरक्षा पर सवाल
इस प्रकार की घटनाएं न केवल बच्चों के लिए खतरनाक होती हैं, बल्कि समाज के लिए भी गंभीर चिंता का विषय हैं। जब बच्चे खेल रहे होते हैं, तो यह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। अधिकारियों को चाहिए कि वे ऐसे क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण करें, जहां विस्फोटक सामग्री की संभावना हो, और स्थानीय निवासियों को इस बारे में जागरूक करें।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने इस घटना पर तुरंत कार्रवाई की है और यह सुनिश्चित किया है कि घायलों को उचित उपचार मिले। जांच में शामिल फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी मौके से सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं। पुलिस का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि बच्चे कैसे और क्यों इस विस्फोटक सामग्री के संपर्क में आए। क्या यह एक दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई संगठित अपराध था, यह जांच का मुख्य पहलू है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
भागलपुर के निवासियों ने इस घटना की निंदा की है और मांग की है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले। स्थानीय लोग चिंतित हैं कि ऐसे विस्फोटों से उनके बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। लोग यह भी पूछ रहे हैं कि क्या पुलिस ने इस क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं।
सरकार की जिम्मेदारी
सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय करे। बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, सरकार को ऐसी जागरूकता अभियान चलाने चाहिए, जो बच्चों और उनके परिवारों को इस तरह की खतरनाक सामग्री से दूर रहने के लिए शिक्षित करें। इसके अलावा, स्थानीय पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी प्रकार की विस्फोटक सामग्री के बारे में तुरंत जानकारी मिले, ताकि इसे समय पर निष्क्रिय किया जा सके।