Bihar: बिहार के अररिया में बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह के विवादास्पद बयान के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। गुरुवार को, बड़ी संख्या में युवा हाथों में डंडे लेकर शहर के मुख्य चौराहे पर इकट्ठा हुए और उन्होंने सड़क को जाम कर दिया। युवाओं ने टायर जलाकर लगभग 5 घंटे तक जाम लगाया।
प्रदर्शनकारियों का आक्रोश
उग्र भीड़ ने सांसद के बैनर-पोस्टरों के साथ गेट तोड़ दिए और जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने सांसद से माफी की मांग की। सड़क पर जमा प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी, तब जाकर जाम को साफ किया जा सका।
सांसद प्रदीप कुमार सिंह का स्पष्टीकरण
इस बीच, बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने अपने विवादास्पद बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने हिंदुओं को एकजुट होने का आह्वान किया था और मुस्लिमों का हिंदू में धर्मांतरण न करने की बात कही थी। उनके इस बयान पर आरजेडी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
तेजस्वी यादव का बीजेपी पर हमला
आरजेडी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रदीप कुमार सिंह के बयान के खिलाफ विरोध किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, “इस देश की मिट्टी में सभी की खुशबू है और सभी ने स्वतंत्रता में योगदान दिया है। मैं सभी को आश्वस्त करता हूँ कि जब तक मैं जिंदा हूं, मैं साम्प्रदायिकता की आग में बिहार को झोंकने वालों के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा रहूंगा।”
साम्प्रदायिक तनाव का बढ़ता खतरा
इस घटना ने बिहार में साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ाने की आशंका को जन्म दिया है। प्रदीप कुमार सिंह के बयान ने न केवल स्थानीय युवाओं को उग्र बना दिया, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों में भी असंतोष की लहर पैदा की है। जानकारों का मानना है कि ऐसे बयान समाज में दरार पैदा कर सकते हैं और इस प्रकार की स्थितियों से बचना चाहिए।
पुलिस की कार्रवाई और स्थिति नियंत्रण
प्रदर्शन के दौरान, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने और सड़क को खोलने में काफी मेहनत की। इस दौरान कोई भी बड़ा असामाजिक तत्व सामने नहीं आया, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त बल की तैनाती की थी।
स्थानीय निवासियों की राय
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस प्रकार के विवादास्पद बयानों से केवल साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ता है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम सभी को एकजुट रहना चाहिए और ऐसे बयानों से दूर रहना चाहिए जो समाज को बांटते हैं। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।”
इस प्रकार की घटनाएं न केवल अररिया बल्कि पूरे बिहार में साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ा सकती हैं। राजनीतिक नेताओं को ऐसे बयानों से बचना चाहिए जो समाज में विभाजन पैदा करें। राज्य की शांति और सुरक्षा के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। प्रदीप कुमार सिंह के बयान के बाद अब इस मुद्दे पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि बिहार में किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक हिंसा को रोका जा सके।