Bihar: शादी के जुलूस में नाचने के लिए नशे में धुत हुए 40 बाराती, शराबबंदी के बावजूद गिरफ्तार
Bihar में शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद शादी के जुलूसों में शराब का सेवन किसी न किसी रूप में देखने को मिलता है। मुजफ्फरपुर जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां बारातियों ने शादी के जुलूस में नाचने का प्लान किया था, लेकिन शराब के नशे में धुत होने के कारण पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। विशेष रूप से, 40 बाराती नशे की हालत में पकड़े गए हैं, जबकि सात शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई राज्य में शराबबंदी को लेकर किए गए सख्त अभियान का हिस्सा है।
मुजफ्फरपुर में बड़े पैमाने पर कार्रवाई
मुजफ्फरपुर जिले में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, शराब का सेवन और तस्करी लगातार एक समस्या बनी हुई है। एक्साइज विभाग की पुलिस ने इन बारातियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें शराब पीकर जश्न मनाते हुए पकड़ा। विभाग ने सात शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया, जिनके पास बड़ी मात्रा में शराब थी। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान दो वाहन भी जब्त किए गए। एक्साइज विभाग की टीम ने जुलूस में शामिल लोगों का गहनता से निरीक्षण किया और कार्रवाई की।
शादी के जुलूस में शराब और नशे का सेवन
इस घटना के बारे में बात करते हुए एक्साइज निरीक्षक शिवेंद्र झा ने कहा कि शराबबंदी के बावजूद कुछ लोग कानून की धज्जियां उड़ाते हुए शराब का सेवन करते हैं। विशेषकर शादी के जुलूसों में यह देखा जाता है कि बाराती नशे में धुत हो जाते हैं और कई बार शराब को तोहफे के रूप में भी ले जाते हैं। इस बारात में भी कई बारातियों ने शराब की बोतलें तोहफे के रूप में लाई थीं, और नशे में धुत होकर नाचने की योजना बनाई थी।
शराबबंदी के खिलाफ जागरूकता और निरंतर कार्रवाई
शिवेंद्र झा ने कहा कि एक्साइज विभाग निरंतर शराब तस्करों और नशेड़ियों पर कड़ी नजर बनाए हुए है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत plain clothes में टीम के सदस्य शराब तस्करों और शराबियों पर नजर रखते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य शराब के अवैध व्यापार को रोकना और सार्वजनिक स्थानों पर शराब के सेवन को समाप्त करना है।
मुजफ्फरपुर में विशेष अभियान की शुरुआत
जिला प्रशासन और एक्साइज विभाग ने शराबबंदी को लेकर मुजफ्फरपुर में एक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान के दौरान बारातियों की जांच की गई और शराब के सेवन के मामले में कड़ी कार्रवाई की गई। इसके तहत कुल 40 बाराती और सात शराब तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये गिरफ्तारियां इस बात का प्रतीक हैं कि राज्य में शराबबंदी को लागू करने के लिए कोई भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
शराब तस्करों और बारातियों के खिलाफ कार्रवाई
इस बड़े अभियान में 40 बाराती और सात शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जो विभिन्न पुलिस थाना क्षेत्रों से पकड़े गए। इस ऑपरेशन में शराब तस्करों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की गई, जिनके पास शराब के बड़े जखीरे थे। पुलिस ने दो वाहनों को भी जब्त किया है, जो शराब की तस्करी में इस्तेमाल हो रहे थे।
कानूनी कार्रवाई और आगे की रणनीतियां
इस कार्रवाई के बाद अब एक्साइज विभाग ने और कड़े कदम उठाने की योजना बनाई है। अधिकारियों का कहना है कि शराबबंदी के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आगे भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे ताकि शराब तस्करी को रोका जा सके और बिहार में शराबबंदी के प्रभाव को बनाए रखा जा सके।
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि लोगों के बीच जागरूकता की आवश्यकता है। राज्य सरकार और पुलिस विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन आम जनता का सहयोग इस कानून को सफल बनाने के लिए बेहद जरूरी है। मुजफ्फरपुर में हुई इस बड़ी कार्रवाई ने शराब के अवैध व्यापार को लेकर एक सख्त संदेश दिया है, और भविष्य में इस तरह के और अभियान देखने को मिल सकते हैं।