Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह तीन ग्रामीणों को एक कुत्ते द्वारा काटे जाने के बाद गांववासियों ने उसे भेड़िया समझकर पीट-पीट कर मार डाला। यह घटना महसी तहसील के यादवपुर गांव के मजरा लोधानपुरवा में गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह के बीच हुई। वन विभाग के अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने शुक्रवार शाम को पत्रकारों को बताया कि गुरुवार रात करीब 9:30 बजे स्थानीय निवासी संगम लाल पर जानवर द्वारा हमला किए जाने की सूचना मिलने के बाद वनकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
भेड़िया समझकर कुत्ते की हत्या
गांववासियों ने घटना की सूचना देने के बाद कहा कि भेड़िया ने हमला किया है, लेकिन वनकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर भेड़िया के कोई भी पदचिन्ह नहीं पाए। डीएफओ ने बताया कि शुक्रवार सुबह फिर से सूचना मिली कि कृपाराम (65) और उनके पोते सत्यम (4) पर किसी जानवर ने हमला किया है। हमले के बाद, गांववासियों ने जानवर को भेड़िया समझकर棒 से पीट-पीट कर मार डाला। जब वनकर्मी मौके पर पहुंचे, तो मृत जानवर एक कुत्ता था। गांव में भेड़िया के कोई भी पदचिन्ह नहीं पाए गए। घायल कृपाराम ने भी मृत कुत्ते को देखकर कहा कि वही जानवर था जिसने हमला किया था। घायल लोगों का इलाज चल रहा है।
गोलवा गांव में भेड़िया ने किया हमला
इस बीच, महसी तहसील के गोलवा गांव में एक आठ वर्षीय बच्चे पर भेड़िया के द्वारा हमला किए जाने की सूचना मिली है। घायल संगम लाल की मां फूलमती ने बताया कि गुरुवार रात को बच्चा घर के दरवाजे के पास खेल रहा था, तभी भेड़िया ने उस पर हमला कर दिया। उसने कहा कि लोगों ने बच्चे की चीख-पुकार सुनी और वहां पहुंचने के बाद भेड़िया वहां से भाग गया।
भेड़िया के हमले की बढ़ती घटनाएं
महसी तहसील के इलाके में मार्च से लोगों पर भेड़िया के हमले बढ़ गए हैं। मानसून के दौरान हमले की घटनाएं और भी बढ़ गईं हैं। जुलाई से सोमवार रात तक, कुल आठ लोगों की इन हमलों के कारण मौत हो चुकी है, जिनमें सात बच्चे शामिल हैं। लगभग तीन दर्जन लोग, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं, घायल हुए हैं। इनमें से करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
पुलिस और वन विभाग की प्रतिक्रिया
इस प्रकार की घटनाओं की बढ़ती संख्या से चिंतित स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत जताई है। वन विभाग ने स्थानीय ग्रामीणों को सूचित किया है कि वे भेड़िया के हमलों के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। साथ ही, अधिकारियों ने स्थानीय समुदाय से अनुरोध किया है कि वे अपने घरों के आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित रखें और बच्चों को बाहर अकेला न छोड़ें।
निष्कर्ष
बहराइच में कुत्ते की भेड़िया समझकर पीट-पीट कर हत्या और भेड़िया के हमलों की बढ़ती घटनाएं यह संकेत देती हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में वन्यजीवों के साथ संघर्ष की स्थिति बढ़ रही है। स्थानीय प्रशासन को इस स्थिति से निपटने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।