Bihar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में आरजेडी प्रमुख लालू यादव से मुलाकात की, जिसके बाद से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं। यह खबरें तब और तेज हो गईं जब नीतीश कुमार ने 3-4 दिन के अंतराल में दूसरी बार तेजस्वी और लालू से मुलाकात की। इस मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ, जिससे कयासों का दौर और बढ़ गया। अब बिहार के मुख्यमंत्री ने स्वयं इस मुद्दे पर स्पष्टता प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने खुद दी स्पष्टता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं। IGIMS अस्पताल के एक कार्यक्रम में उन्होंने बयान दिया कि उन्होंने पहले भी आरजेडी के साथ जाने की कोशिश की थी, लेकिन दोनों बार गलती की। उन्होंने कहा कि वे शुरू से ही भाजपा के साथ हैं और अब किसी और पार्टी के साथ नहीं जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में सभी काम मिलकर किए गए हैं और भविष्य में भी भाजपा के साथ ही रहेंगे।
IGIMS अस्पताल पर क्या कहा मुख्यमंत्री ने
नीतीश कुमार ने IGIMS अस्पताल के बारे में भी बात की और बताया कि शुरू में यहां काम किया गया था लेकिन बाद में व्यवस्था खराब हो गई थी। जब उनकी सरकार बनी, तो उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया और उसमें सुधार किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं प्रदान की गईं और डॉक्टरों की नियुक्ति की गई, जबकि पहले की सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। IGIMS अस्पताल की स्थापना 1984 में की गई थी।
जेपी नड्डा का बिहार दौरा
इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज पटना पहुंचे। उन्होंने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर जाकर की। इस दौरान भाजपा राज्य अध्यक्ष डॉ. दिलीप जौसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।
IGIMS अस्पताल का उद्घाटन
जेपी नड्डा का यह बिहार दौरा उनके केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद का पहला दौरा है। इस दौरान उन्होंने IGIMS परिसर में स्थित नए बनाए गए रीजनल आई इंस्टीट्यूट का उद्घाटन किया। इसके बाद, वे भागलपुर के लिए रवाना हुए, जहां वे 200-बेड वाले सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे गया जाएंगे, जहां वे मगध मेडिकल कॉलेज में एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। दौरे के दूसरे दिन, 7 सितंबर को, जेपी नड्डा पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा करेंगे और पीएमसीएच में बन रहे नए ब्लॉक का निरीक्षण करेंगे।
नीतीश कुमार और भाजपा के संबंध
नीतीश कुमार का यह बयान उस समय आया है जब बिहार की राजनीति में कई बदलाव हो रहे हैं। हाल ही में, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बैठक ने राजनीतिक गलियारों में अटकलों को जन्म दिया था। हालांकि, नीतीश कुमार के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे भाजपा के साथ ही रहेंगे और किसी अन्य गठबंधन में शामिल होने की योजना नहीं बना रहे हैं।
भविष्य की राजनीति पर असर
नीतीश कुमार का भाजपा के साथ रहना बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह स्थिति राज्य की राजनीतिक दिशा और सत्ता समीकरणों को प्रभावित कर सकती है। भाजपा और नीतीश कुमार के बीच का संबंध आगामी चुनावों और राजनीतिक समीकरणों को लेकर महत्वपूर्ण होगा।
नीतीश कुमार के बयान ने यह संकेत दिया है कि वह भाजपा के साथ स्थिरता बनाए रखने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि बिहार में आगामी दिनों में भाजपा और नीतीश कुमार के बीच की राजनीतिक साझेदारी मजबूत रहेगी। यह स्थिति राज्य की राजनीति और विकास योजनाओं पर भी गहरा प्रभाव डाल सकती है।
समाप्ति
नीतीश कुमार का स्पष्ट बयान बिहार की राजनीतिक स्थिति में एक नई दिशा का संकेत देता है। उनके बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे भाजपा के साथ बने रहने का फैसला कर चुके हैं और भविष्य में किसी अन्य गठबंधन की संभावना को नकारते हैं। इसके साथ ही, भाजपा के नेताओं का बिहार दौरा और विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन इस बात की पुष्टि करता है कि भाजपा और नीतीश कुमार के बीच का गठबंधन आने वाले समय में मजबूत रहेगा।