Bihar: Vande Bharat train की चपेट में आने से कांग्रेस नेता की दर्दनाक मौत
Bihar: पटना-गया रेलवे खंड पर वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से कांग्रेस के काको प्रखंड अध्यक्ष रामचंद्र सोनी की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना जहानाबाद जिले के मखदुमपुर स्टेशन के पास हुई। रामचंद्र सोनी काजी दौलतपुर गांव के निवासी थे और कांग्रेस पार्टी से लंबे समय से जुड़े हुए थे। इस हादसे ने उनके परिवार और क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, 55 वर्षीय कांग्रेस नेता रामचंद्र सोनी रविवार शाम अपने काम के सिलसिले में मखदुमपुर क्षेत्र गए थे। वे ट्रेन पकड़ने के लिए मखदुमपुर स्टेशन की ओर रेलवे ट्रैक के रास्ते जा रहे थे। उसी दौरान पटना-गया खंड से गुजर रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने बताया कि रामचंद्र सोनी काको प्रखंड के अध्यक्ष थे और पार्टी से पिछले कई वर्षों से जुड़े हुए थे। वह क्षेत्र में कांग्रेस के एक मजबूत स्तंभ माने जाते थे।
साधारण परिवार से थे जुड़े
रामचंद्र सोनी बेहद साधारण परिवार से थे। उनकी मौत ने उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है। वह काको प्रखंड के अध्यक्ष पद पर लगातार दो कार्यकालों तक रहे और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा हमेशा स्पष्ट रही।
मृतक नेता के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और चार बेटियां हैं। इनमें से तीन बच्चे अभी छोटे हैं। अब परिवार की सारी जिम्मेदारी उनकी पत्नी पर आ गई है।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेज दिया। परिवार के लोगों को घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे परिवारजन का रो-रोकर बुरा हाल था।
कांग्रेस पार्टी के कई नेता भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिवार को सांत्वना दी।
कांग्रेस पार्टी में शोक की लहर
कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति बताया। रामचंद्र सोनी पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता थे और उन्होंने पार्टी के संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी मौत ने पार्टी को गहरा आघात पहुंचाया है।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा, “रामचंद्र सोनी एक सच्चे कार्यकर्ता थे। वह पार्टी के प्रति पूरी तरह समर्पित थे और उनके निधन से हमने एक बड़ा नेता खो दिया है। उनके परिवार को पार्टी हरसंभव सहायता देगी।”
पुलिस जांच में जुटी
घटना की जांच जारी है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और वंदे भारत एक्सप्रेस के ड्राइवर और स्टेशन प्रबंधन से जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन की स्पीड काफी अधिक होती है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं अक्सर घातक साबित होती हैं। यात्रियों को रेलवे ट्रैक पर चलने से बचने की सख्त सलाह दी जाती है।
क्षेत्र में शोक की लहर
इस हादसे ने न केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि पूरे काको प्रखंड में शोक की लहर दौड़ा दी है। लोग उनके सादगी भरे स्वभाव और समाज के प्रति उनके योगदान को याद कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि रामचंद्र सोनी हमेशा क्षेत्र के विकास और जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते थे। उनकी कमी को पूरा करना मुश्किल होगा।
परिवार को सहारा देने की जरूरत
इस हादसे से परिवार की आर्थिक स्थिति भी प्रभावित होगी। उनके छोटे बच्चों और परिवार की जिम्मेदारी अब उनकी पत्नी पर है। कांग्रेस पार्टी ने परिवार की मदद का आश्वासन दिया है।
पार्टी के नेताओं ने कहा कि वे सरकार से भी मांग करेंगे कि मृतक नेता के परिवार को मुआवजा और आवश्यक मदद दी जाए।
क्या यह घटना रोकी जा सकती थी?
यह घटना एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर चलने की खतरनाक प्रथा पर सवाल उठाती है। रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।
ट्रैक पर चलना न केवल अवैध है बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है। यात्रियों को जागरूक करने के लिए रेलवे को व्यापक अभियान चलाने की जरूरत है।
कांग्रेस नेता रामचंद्र सोनी की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न केवल एक दुखद व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि रेलवे सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करती है।
ऐसी घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन, रेलवे और आम जनता को मिलकर कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं, सोनी के परिवार को इस मुश्किल समय में हर संभव मदद और समर्थन की दरकार है।